कटे अंग, चिपकी बोगियां; ओडिशा ट्रेन हादसे में वायुसेना भी उतरी, आर्मी रात से जुटी

भुवनेश्वर
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या 233 पहुंच गई है। रेलवे द्वारा मामले में दी गई जानकारी से पता लगता है कि हादसा इतना भयावह था कि मंजर सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए। चश्मदीदों के मुताबिक, चिपकी बोगियों में कटे शरीर और एक-दूसरे के ऊपर यात्रियों के शवों को देखकर अभी यह कहना मुश्किल है कि मौत का सटीक आंकड़ा क्या है? जानकारी के अनुसार, बहनागा बाजार स्टेशन पर यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और शालीमार स्टेशन से चेन्नई के लिए जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गई। रेलवे के मुताबिक, कोरोमंडल की रफ्तार इतना ज्यादा थी कि वह भी पटरी से उतरकर बगल की पटरियों से गुजर रही एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस तरह यह हादसा हुआ। इस भयावह हादसे में 900 से अधिक लोग घायल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी रात से जुटी है। जबकि, आज सुबह से वायुसेना भी जुड़ गई हैं।

राज्य के मुख्य सचिव प्रदीप जैन ने ट्विटर पर जानकारी दी कि हादसे में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। एक सरकारी अधिकारी ने शनिवार को कहा, पिछले एक दशक से यह सबसे भीषण रेल दुर्घटना है।  प्रदीप जैन के मुताबिक, ओडिशा के बालासोर जिले में दुर्घटनास्थल पर 200 से अधिक एंबुलेंस को बुलाया गया है और वहां पहले से मौजूद 80 में से 100 अतिरिक्त डॉक्टरों इलाज में जुटे हैं। वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि राहत बचाव दल क्षतिग्रस्त ट्रेन में एक-दूसरे के ऊपर पड़े यात्रियों में घायलों और शवों को ढूंढ रहा है। यात्रियों में चीख-पुकार मची है। खबर लिखे जाने तक हादसे में मरने वालों की संख्या 233 पहुंच गई है। जबकि, घायलों की संख्या 900 से ज्यादा बताई जा रही है।
 
कैसे हुआ यह हादसा
कोरोमंडल एक्सप्रेस शालीमार स्टेशन से चेन्नई के लिए रवाना हुई, बहनागा बाजार स्टेशन पर यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और साइड से कोरोमंडल से टकरा गई। रेलवे के मुताबिक, कोरोमंडल की रफ्तार इतना ज्यादा थी कि वह भी पटरी से उतरकर बगल की पटरियों से गुजर रही एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस तरह यह हादसा हुआ।

हादसे कितना भयानक, चश्मदीद की जुबानी
एक चश्मदीद ने रॉयटर को फोन पर बताया, "मैं वहां मौजूद था और मैं खून, कटे अंग और अपने आसपास लोगों को मरते हुए देख सकता था।" ट्रेनों के बीच टक्कर शुक्रवार को लगभग शाम सात बजे तब हुई जब बैंगलोर से हावड़ा, पश्चिम बंगाल के लिए चल रही हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस कोलकाता से चेन्नई तक चलने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गई। हादसा इतना भयानक था कि ट्रेन उछलकर दूसरी पटरी में आ गिरी और वहां भी एक ट्रेन से टकरा गई। इस हादसे में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। उधर, केंद्र और राज्य सरकारें दोनों ने राहत-बचाव के लिए स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ, आर्मी और आज सुबह से वायुसेना को भी उतार दिया है।

ओडिशा सीएम नवीन पटनायक ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए शनिवार 3 जून को राजकीय शोक का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों को  मुआवजे का ऐलान किया है। मृतक परिवारों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजे का ऐलान किया है।

 

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