कमलनाथ ने कहा ‘ शिवराज को विदा करने के लिए तैयार, CM ने कहा- चिंता मत करो, चुनाव बाद हम ही आ रहे

भोपाल

कमलनाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश की जनता अब शिवराज सिंह चौहान को विदा करने के लिए तैयार है। उज्जैन के महिदपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और ये चौपट प्रदेश बन चुका है। यहां चौपट सरकार है और सारी व्यवस्थाएं चौपट है लेकिन अब उनकी विदाई का समय आ गया है। इसी के साथ उन्होने अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों को मंच से चेतावनी दी कि वो याद रखें कल के बाद परसो भी आता है।

कमलनाथ ने सीएम शिवराज को झूठ की मशीन घोषणा की मशीन करार दिया। उन्होने कहा कि ‘मुख्यमंत्री आजकल जेब में नारियल लेकर घूमते हैं। चुनाव में पांच महीने बचे हैं..जहां मौका मिला नारियल फोड़ लो। 18 साल में 22 हजार घोषणाएं की। मैंने कभी घोषणा नहीं की थी। मैंने कहा था मैं जो करूंगा जनता देख लेगी। मैं केवल एक चीज की घोषणा करूंगा कि आप और मैं मिलकर मध्यप्रदेश को सही पटरी पर लाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के पास पुलिस, पैसा और प्रशासन सिर्फ 4 महीने के लिए बचे हैं।’

इसी के साथ उन्होने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘मैं जानता हूं कि कौन अधिकारी पुलिस कर्मचारी यहां कितने दिन से काम कर रहे हैं..वे ये सुन लें कि कल के बाद परसों भी आता है।’ उन्होने कहा कि ‘पुलिसवाले अपनी वर्दी की इज्जत करें नहीं तो हम देखेंगे कि आपकी वर्दी कितने दिन चलते हैं। कमलनाथ की चक्की चलती है देर से लेकिन बहुत बारीक पीसती है।’ उन्होने कहा कि जनता इन अधिकारियों कर्मचारियों का सर्टिफिकेट देगी।

CM शिवराज बोले, चुनाव के बाद हम ही आ रहे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल में MSME समिट में कहा, चुनाव के बाद भी हम ही आने वाले हैं। यह मैं आत्मविश्वास से बोल रहा हूं। चिंता मत करिए। भोपाल में 'आर्थिक विकास के शुभ संयोग- मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग' पर स्टेट लेवल का MSME समिट 2023 हुआ।

 

BJP बोली, अधिकारियों-कर्मचारियों को धमकाने की कसम खा ली
कमलनाथ के उज्जैन में दिए गए बयान पर BJP प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने ट्वीट करते हुए कहा- कमलनाथ जी इतनी बौखलाहट भी ठीक नहीं। क्या हर दिन पुलिसकर्मियों, प्रशासनिक अधिकारियों को धमकाने की कसम खा ली है? कमलनाथ जी की भरे मंच से इस तरह की विद्वेषपूर्ण शब्द शैली मध्यप्रदेश और समाज के लिए खतरा है। ये सिर्फ सस्ती लोकप्रियता अपने नकारा नेतृत्व को ढंककर कार्यकर्ताओं में लाने का प्रयास है। पर, इसमें जो आप कर्मचारियों के प्रति असम्मान और बेज्जती की कोशिश कर अपने कार्यकर्ताओं में उनके प्रति द्वेष भर रहे हैं, यह राजनैतिक शिष्टाचार के ठीक विपरीत है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने महाकाल कॉरीडोर में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करने वाली बीजेपी ने धर्म को भी नहीं छोड़ा। प्रदेश में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होने कहा कि ‘शिवराज सरकार ने प्रदेश को चौपट कर दिया है और अब उन्हें 18 साल बाद बहनें, किसान, नौजवान याद आ रहे हैं। वो हर आठ दस महीने में 1 लाख रोजगार देने की घोषणा करते हैं लेकिन प्रदेश में संविदा वाले कर्मचारी दर दर भटक रहे हैं और उनकी सुनवाई नहीं हो रही।’ इस मौके पर उन्होने कहा कि कांग्रेस घोषणा नहीं कर रही, हमने वचन दिया है कि हम 500 रूपये में गैस सिलेंडर देंगे, महिलाओं को हर महीने 1500 रूपये देंगे। फिर से किसानों के लिए कर्जमाफी होगी, 100 रूपये बिजली माफ 200 यूनिट हाफ।

युवाओं को रोजगार देंगे और पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देंगे। कमलनाथ ने कहा कि पांच महीने बाद इस बार चुनाव सिर्फ उम्मीदवार का नहीं, इस बार चुनाव हमारी संस्कृति बचाने का है। बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान बनाया है वो अगर गलत हाथों में चला जाए तो देश बर्बाद हो जाएगा। आज हमें आने वाली पीढ़ियों की रक्षा करनी है और तय करना है कि आप अपनी आने वाली पीढ़ियों को कैसा प्रदेश सौंपना चाहते हैं। उन्होने जनता से आह्वान किया कि प्रदेश की तस्वीर बदलने के लिए सच्चाई का साथ दें।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल में MSME समिट में कहा, हम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लगातार नीतियां बना रहे हैं। ऐसा मत सोचिए कि 3-4 महीने बाद चुनाव आने वाले हैं। चुनाव के बाद भी हम ही आने वाले हैं। यह मैं आत्मविश्वास से बोल रहा हूं। चिंता मत करिए। चुनाव के पहले भी कई नीतियां बनाएंगे।

भोपाल में 'आर्थिक विकास के शुभ संयोग- मध्यप्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग' पर स्टेट लेवल का MSME समिट 2023 हुआ। नर्मदापुरम रोड स्थित होटल आमेर ग्रीन्स में हुए समिट में CM ने कहा, जो काम लघु उद्योग कर सकते हैं, वो बड़े उद्योग भी नहीं कर सकते हैं। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि बड़े निवेश लाने के प्रयास करते रहेंगे, लेकिन छोटों को किसी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। ये हमारा ध्येय वाक्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लघु और कुटीर उद्योगों की महत्ता को बहुत मानते और स्वीकार करते हैं।

 

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