अंगद की तरह जमे अधिकारियों पर चुनाव आयोग की है, पैनी नजर

शीघ्र होंगे इधर से उधर

अनूपपुर

वैसे चचाई थाना प्रभारी उपनिरीक्षक बी प्रजापति को अनूपपुर जिले में काफी समय हो चला है और रामनगर से लेकर चचाई तक का सफर यादगार व आरामदायक भी रहा होगा अब चुनाव आयोग की निगाहें भी पुलिस के ऐसे नुमाइंदों पर है जो काफी समय से एक ही जिले में पदस्थ हैं और राजनीतिक आकाओं के इशारे पर कम कर रहे हैं हालांकि चचाई थाने में और भी कुछ पुलिस कर्मचारी हैं जो प्रजापति के खास है एवं उनके इशारे पर काम कर रहे हैं और वह जुगाड़ की बदौलत काफी समय से थाने में ही नहीं बल्कि एक ही जिले में अंगद की तरह जमे हुए हैं।

चचाई थाना क्षेत्र में होती है बड़ी-बड़ी वारदात

थाना अंतर्गत कई ऐसे बड़ी-बड़ी वारदातें हो चुकी है जिस आदमी को झकझोर कर रख देती है कुछ दिनों पूर्व में ही अमलीई इंदिरा नगर में एक विकलांग महिला का ही दिनदहाड़े 376 कर दिया गया है एवं इससे पूर्व में भी 302 जैसे अपराध घटना घटित हो चुकी है और सट्टा जुआ कबाड़ तो चचाई थाने के लिए आम बात है किंतु यह कयास लगाया जाता है कि बीएन प्रजापति को मुख्यालय से लेकर संभाग तक के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते थाने अंतर्गत बड़ी-बड़ी अपराध होने के बावजूद इसके भी प्रभारी के उपर किसी प्रकार  कोई भी प्रशासनिक कार्यवाही नहीं हो पाई है। चचाई क्षेत्र जोकि कोयलांचल एवं औद्योगिक क्षेत्र से जुड़ा हुआ है और यहां प्रदेश सहित विभिन्न प्रांतों के लोग भी रहते हैं। आलम यह है कि कालरी के क्वार्टरों में अवांछित लोग एवं अवैध कारोबार कर रहे लोग कब्जा जमा कर बैठे हुए हैं और ऐसे क्वार्टरों से ही अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है लेकिन इस ओर चचाई पुलिस का भी ध्यान नहीं जाता है। सूत्र बताते हैं कि नियम के अनुसार किसी भी पुलिस अधिकारी का स्थानांतरण एक ही जिले में 3 वर्ष के बाद हो जाना चाहिए लेकिन चचाई में नियमों की तिलांजलि दी जा रही है।

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