सिफारिश से कोई टिकट नहीं मिलेगा, परफार्मेंस के आधार पर ही टिकट होगा

भोपाल

 केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह बुधवार रात भोपाल पहुंचेंगे। वे यहां मध्यप्रदेश की चुनावी गाइडलाइन को फाइनल करेंगे। साथ ही इसी माह ली गई बैठक में दिए गए निर्देशों के एक्शन प्लान का रिव्यू भी करेंगे। इस बीच शाह की टीम की ओर से मध्यप्रदेश के चुनावी दावेदारों को साफ संकेत दिए गए हैं कि सिफारिश से कोई टिकट नहीं मिलेगा बल्कि परफार्मेंस के आधार पर टिकट दिया जाएगा।

इसके लिए पार्टी प्रदेश में पूर्व मंत्रियों और विधायकों के अलावा नए चेहरों के कामों पर भी रिपोर्ट तैयार करा रही है। चुनावी कमान संभालने के बाद मध्यप्रदेश में असंतुष्टों और नाराज नेताओं को समझाईश देकर पार्टी लाइन में वापस लाना शाह ने अपनी पहली चुनौती तय की है। शाह पार्टी की शीर्ष मीटिंग में यह संदेश भी दे चुके हैं कि वरिष्ठ नेताओं को जमीन पर उतरकर कार्यकर्ताओंं की नाराजगी दूर करने पर लगाया जाएगा।

संगठन का काम चुनाव जीतना होता है। कोई भी नेता खुद को बड़ा न माने और कार्यकर्ता से जुड़ा रहे। बीजेपी की चुनाव संचालन, चुनाव प्रबंधन समितियों के साथ अन्य समितियों को केंद्रीय मंत्री शाह की मौजूदगी में होने वाली बैठक में एप्रूवल मिलेगा। इसके बाद समितियों के सदस्यों के कामकाज में तेजी आएगी।

मंत्री नरोत्तम करेंगे अगवानी
अमित शाह के 26 एवं 27 जुलाई को भोपाल प्रवास पर रहने के दौरान प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को उनकी अगवानी के लिए नियुक्त किया है। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को मिनिस्टर-इन-वेटिंग नामित किया गया है।

दो दिन होगा दिग्गजों में मंथन
शाह के साथ बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत 13 से 14 नेताओं की ही मौजूदगी इस बार भी रहेगी। शाह शाम साढ़े सात बजे आएंगे और साढ़े तीन घंटे की मीटिंग के बाद कल सुबह फिर कुछ मामलों में रिव्यू करेंगे और फिर दिल्ली जाएंगे।

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