जतारा जनपद पंचायत के लिए सिद्ध नहीं हो पा रहे जनपद सीईओ सिद्ध गोपाल वर्मा

  • उपयंत्री का कारनामा , पहले ही वारिश में  सरकुलेशन टैंक तालाब पहले  ही बारिश में बह गया पानी में
  • उक्त निर्णय  कार्य में तीन लाख की राशि पंचायत द्वारा निकल ली गई थी
  • उक्त निर्णय मनरेगा अंतर्गत पांच लाख का था सर्कुलेशन तालाब ,  टीम ने जनपद सीईओ से की मुलाकात अधिकारी बोलें करते हैं जांच
  • मौके पर पहुंची मीडिया टीम के कैमरे में कैद इन तस्वीरों को देखे किस तरह तालाब पहले ही वारिश में धराशाई हो गया उक्त वीडियो के चित्र पर गौरतलब करें इसे कहते हैं सरकुलेशन टैंक तालाब जो पहले ही वारिश में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा
  • यादि निष्पक्ष की जाएं तों पंचायत के एस्टीमेट पर गौर तलब किया जाए तो भ्रष्टाचार की रहस्य भारी कहानी उजागर होगी

 
जतारा
भले ही शासन द्वारा पंचायत स्तर पर विभिन्न योजनाओं को लागू कर ग्रामीण अंचलों शहरों की तरह विकसित करने में अपनी प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अपनी भूमिका निभा रहे हो लेकिन टीकमगढ़ जिले की पलेरा एंव जतारा जनपद पंचायत की ओर गौरतलब किया जाए तो भ्रष्टाचार चरम सीमा पर बना हुआ है तों वही ज़िम्मेदार अधिकारी विभाग में कुर्सी ताने हुए  बैठे हुए हैं कुछ ऐसा ही मामला जतारा जनपद पंचायत अंतर्गत की ग्राम पंचायत मऊ बुजुर्ग में देखने को मिला जहां ज़िम्मेदार अधिकारी एवं उपयंत्री काले कारनामों के चलते शासन लाखों रुपए पंचायत में भ्रष्टाचार के चलते भारी नुक़सान हुआ है तों वही मीडिया से हुई चर्चा के दौरान अधिकारियों से लेकर संबंधित उपयंत्री का अपने बचाओ हेतु स्पष्टीकरण के रूप में मात्र जांच बिषय बताते हैं तब जतारा जनपद की सतगुवा, जैसी विभिन्न पंचायतें जांच के घेरे लाभान्वित पड़ीं हुए तब की ज़मीनी हकीकत पंचायतों में चल रहे भ्रष्टाचार की ओर पंचायती लोगों का आरोप सीधा सत्ताधारी नेताओं पर ठहरा रहे हैं फिलहाल मामला यहां से शुरू होता है ग्राम पंचायत  मऊ बुजुर्ग में मनरेगा अंतर्गत पांच लाख की लागत से सरकुलेशन टैंक तालाब निर्माण कार्य मशीनों से कराया गया था जो पहले ही बारिश पुरा बह गया तब की पंचायत मे  फर्जीवाड़ा तारीखें से ग्राम पंचायत के द्वारा किया गया 300000 से अधिक राशि निकाल ली गई तब की नाली निर्माण छोटे लाल घोष के मकान से लेकर मुख्य   मुख्य मार्ग tak जंगली पत्थर नाली पहाड़ी की मिट्टी गुणवत्ता हिना नाली का कार्य किया गया वहीं उक्त  जोग में नाली निर्माण चल रहा है जो कि राशि ली  गई है वहीं के हुए निर्माण कार्यों नाली का यह हाल है कई महिलाएं गिर रही गुणवत्ता ही नाली बना दी गई है जो कि 200 मीटर सैंक्शन थी 30 मीटर की बनाई गई पैसा निकाल लिया गया है  कंटूटन एमआर देवी मंदिर पहाड़ी के ऊपर किया गया है जो फर्जी तरीके से किया गया है छोटे-छोटे कंटूटन खोदे गए हैं राशि का हरण कर लिया गया वहीं ग्राम पंचायत मऊ में सीसी सड़क का निर्माण किया गया रमेश दुबे के मकान से लेकर राजेंद्र घोष के मकान तक जो पहली बारिश में उखड़ गया  गुणवत्ता हिन यहां भी सामने निर्माण कार्यों की भी पोल सामने आई जो वह भी पहली बारिश hi nahin jhel Paya पाया है ग्राम पंचायत के द्वारा टोटल जमीनी स्तर पर गौरतलब किया जाए तों राशि को फर्जी तरीके से आहार कर लिया गया है इस पंचायत राशि कि भ्रष्टाचार करने में तो भूमिका निभाली गई है तों वही जनप्रतिनिधि की राशि पर भी जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्टाचार करने में नहीं बक्से नजर आए आखिरकार उन्होंने ग्राम पंचायत मऊ बुजुर्ग में विधायक निधि से 400000 राशि दी गई है जो समुदाय भवन के पास बोंडी बाल निर्माण कार्य के लिए दी गई है ग्राम पंचायत द्वारा सामुदायिक भवन के पास मंडी बाल निर्माण कार्य कोई नहीं किया गया है वहीं समुदाय भवन के पास बंडीबार का नमाज पूर्व सरपंच के द्वारा चार 5 वर्ष पूर्व कर दिया गया है  उसके नाम पर फर्जी स्टीमेट के उक्त निर्णय कार्यस्थल को दूसरी जगह बना दिया गया उसमें भी भ्रष्टाचार का जिगर गुणवत्ता ही निकाली सामने नजर आया तब निर्माण उपयंत्री के बगैर जांच के  राशि  निकाल ली  गई है वहीं मंडी वालों ने मार गुणवत्ता हीन कहीं दूसरी जगह बना दी गई है देवी मंदिर पहाड़ी कंटूटन गुल्ला भाई हार कछियाना मोहल्ला के आगे  पर सरकुलेशन टैंक तालाबटैंक तालाब ,सीसी सड़क निर्माण रमेश दुबे के मकान से लेकर राजेंद्र घोष के मकान तक नाली निर्माण छोटेलाल घोष के मकान से लेकर मुख्य मार्ग ,तक , बाउंड्री वॉल निमाड़ कार्य कार्य समुदायिक भवन के पास जो राशि स्वीकृत की गई है वहां पर कोई बोंडी बाल नहीं बनाई गई है पूर्व सरपंच के द्वारा चार 5 वर्ष पूर्व बना दी गई थी उसके नाम पर फर्जी   राशि निकाली गई कहीं और गुणवत्ता हीन बाउंड्री वॉल निर्माण कर दिया गया है जहां पर कोई सामुदायिक भवन नहीं है और सरपंच के द्वारा फर्जी तरीके से राशि निकाल ली है ,आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य पूर्व सरपंच के द्वारा 2022 23 में स्वीकृत की गई थी जोकि जिस मोहल्ले के लिए आंगनबाड़ी स्वीकृत की गई थी खसरा नंबर 1653 बटा 1 में जहां पर 302 के अपराधी गुंडे गिद्दू ऑफ विद्याधर बच्चू सारे परिवार के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है वहां पर ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा आंगनबाड़ी भवन का निर्माण नहीं किया गया है और शिक्षा विभाग की जगह पर शासकीय को अपने माल को बुलडोजर चलाकर फूड़ दिया गया है और वहां पर आंगनबाड़ी भवन का गुणवत्ता ही निकाल किया जा रहा है जोकि वहां पर आबादी का नंबर 1650 में बनाई जा रही है वहां के लिए स्वीकृत भी नहीं थी और कूप निर्माण के उपाय बॉडी बाल बनाई जा रही है जिससे कभी भविष्य में क्षतिग्रस्त हो सकती है और फर्जी तरीके से ग्राम पंचायत के द्वारा राशि का : कूपनिमाड़ की फोटो है जो  बुलडोजर चलाकर पूर्व दिया गया है यहीं पर आंगनबाड़ी भवन बनाई जा रही है ।मनरेगा के तहत इतनी राशि फर्जी तरीके से निकाली गई है  जिसका जीता जागता उदाहरण  ऑनलाइन स्पष्ट दिखाई  नजर नहीं आ रहे हैं वैसे पंचायत की भोपाल स्तरीय जांच की जाए तों भ्रष्टाचार की कई मामले उजागर होंगे जहां पंचायत में गुणवत्ता ही निर्माण कार्य लम्बी राशि निकल ली गई है वहीं ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की .

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