कौन हैं कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, जिन्हें ED डायरेक्टर की तरह मिला तीसरा विस्तार; होगा सबसे लंबा कार्यकाल

नई  दिल्ली
केंद्र सरकार ने चुनावी साल से पहले कैबिनेट सचिव राजीव गौबा का कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया है। उनका कार्यकाल 30 अगस्त को समाप्त होने वाला था। अब वह अगस्त, 2024 तक बने रहेंगे। राजीव गौबा को मुख्य सचिव के तौर पर यह लगातार तीसरा कार्यकाल विस्तार मिला है। अगले साल जब वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे तो देश के सबसे लंबे वक्त तक कैबिनेट सचिव रहने वाले अफसर का रिकॉर्ड बना लेंगे। अब तक यह रिकॉर्ड बीपी पांडेय के नाम रहा है, जो 2 नवंबर 2972 को कैबिनेट सचिव बने थे और 31 मार्च, 1977 तक पद पर बने रहे।

राजीव गौबा इससे पहले केंद्रीय गृह सचिव के तौर पर भी काम कर चुके हैं। उन्हें 2019 में कैबिनेट सचिव के पद पर लाया गया था। उनका दो साल का ही कार्यकाल था, जो अगस्त 2021 में समाप्त होना था। फिर उन्हें एक साल विस्तार मिल गया था, लेकिन 2022 में एक बार फिर से एक्सटेंशन पर रुक गए। अब सरकार ने उन्हें एक और साल का विस्तार दे दिया है। इस तरह राजीव गौबा अपने कार्यकाल के अतिरिक्त लगातार तीन सेवा विस्तार पा चुके हैं। बता दें कि ईडी के डायरेक्टर संजय कुमार मिश्रा को भी इसी तरह तीन सेवा विस्तार मिल चुके हैं, जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था।

कितना सेवा विस्तार दे सकती है सरकार
केंद्र सरकार के पास ऑल इंडिया सर्विसेज रूल्स के तहत अधिकार है कि वह जनहित में कैबिनेट सचिव को 4 साल तक का सेवा विस्तार दे सकती है। पंजाब में जन्मे राजीव गौबा ने पटना यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में ग्रैजुएशन किया था। वह झारखंड में कैबिनेट सेक्रेटरी भी रह चुके हैं। इसके अलावा बिहार में भी कुछ समय तक काम कर चुके हैं। केंद्र सरकार में भी उनके पास काम करने का लंबा अनुभव है। शहरी एवं आवास मंत्रालय के सचिव रहने के अलावा वह होम सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।

सिख दंगों को नियंत्रित करने का भी है अनुभव
राजीव गौबा एक युवा अफसर के तौर पर सिख दंगों के नियंत्रण का भी काम कर चुके हैं। यही नहीं झारखंड के आदिवासी बहुल दुमका जिले में भी वह डिप्टी डिवेलपमेंट कमिश्नर के तौर पर भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा बिहार के नालंदा, मुजफ्फरपुर और गया में भी वह डीएम के तौर पर कई साल तक काम कर चुके हैं।  

 

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