विश्वकप सेमीफाइनल में न्‍यूजीलैंड को सता रही टीम इंडिया से हार की चिंता, यह है कारण

मुंबई
वर्ल्‍डकप 2023 (World Cup 2023) अब अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है. पहला सेमीफाइनल मुकाबला (1st Semifinal) बुधवार, 15 नवंबर को भारत और न्‍यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच खेला जाएगा. मुंबई का वानखेड़े स्‍टेडियम इस मैच की मेजबानी करेगा. वैसे तो दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला रोमांचक होने की उम्‍मीद है लेकिन भारतीय टीम के टूर्नामेंट में अब तक के प्रदर्शन के लिहाज से रोहित ब्रिगेड को जीत का दावेदार माना जा रहा है. भारतीय टीम ने अब तक के अपने अभियान में न्‍यूजीलैंड समेत सभी प्रतिद्वंद्वी टीमों के आसानी से हराते हुए सेमीफाइनल में स्‍थान बनाया है. गेंदबाजी और बल्‍लेबाजी, दोनों ही डिपार्टमेंट में अब तक के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए फैंस ही नहीं बल्कि पूर्व क्रिकेटर भी भारत को खिताब का सबसे मजबूत दावेदार मान रहे हैं.

22 अक्‍टूबर को धर्मशाला में हुए मैच में भारतीय टीम ने न्‍यूजीलैंड को 12 गेंद शेष रहते 4 विकेट से शिकस्‍त दी थी. इस जीत से निश्चित रूप से टीम मनोवैज्ञानिक लाभ की स्थिति में होगी. हालांकि टीम इस सेमीफाइनल मुकाबले में कोई भी ढिलाई बरतने को तैयार नहीं है. वह जानती है कि नॉकआउट राउंड में पहुंच चुके इस बड़े टूर्नामेंट में अब एक भी हार उसके खिताबी जीत के सपने को चूर-चूर कर सकती है. टीम इंडिया को वह मैच भी याद होगा जब सेमीफाइनल में न्‍यूजीलैंड के हाथों मिली हार ने वर्ल्‍डकप 2019 में खिताबी जीत की उसकी संभावनाओं को तोड़ दिया था. वर्ल्‍डकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में इन दोनों टीमों के बीच अब तक बराबरी का मुकाबला हुआ है. दोनों टीमों क अब तक वर्ल्‍डकप में 9 बार आमना-सामना हुआ है जिसमें चार बार भारत जीता है जबकि पांच बार न्‍यूजीलैंड के खाते में जीत आई है.

वर्ल्‍डकप के मैचों में न्‍यूजीलैंड के बेहतर रिकॉर्ड के बावजूद एक अहम बात भारतीय टीम की जीत की संभावनाओं को मजबूत बना सकती है. वर्ल्‍डकप के अंतर्गत भारत में अब तक हुए किसी मुकाबले में न्‍यूजीलैंड की टीम भारत को हरा नहीं पाई है. कीवी टीम कल जब वानखेड़े स्‍टेडियम में भारत के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो निश्चित रूप से यह बात उसके प्‍लेयर्स के दिमाग में होगी. वर्ल्‍डकप में दोनों टीमों के बीच अब तक तीन बार मुकाबला हुआ है और हर बार भारत ने जीत हासिल की है. यही नहीं, भारत के लिए चेतन शर्मा ने हैट्रिक और सुनील गावस्‍कर ने वनडे में अपनी सेंचुरी, न्‍यूजीलैंड के खिलाफ भारत में हुए वर्ल्‍डकप मुकाबले में ही बनाई थी.

यह मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 15 नवंबर को दोपहर 2 बजे खेला जाएगा. यह 8वीं बार होगा जब टीम इंडिया वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेल रही होगी. 13 वर्ल्ड कप में 8 बार सेमीफाइनल खेलना वाकई एक बड़ी उपलब्धि है. हालांकि बीते वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मुकाबलों में टीम इंडिया की सफलता का प्रतिशत कम रहा है. पिछले 7 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया महज 3 मुकाबले जीत पाई है और 4 मैचों में उसे हारकर बाहर होना पड़ा है. यानी जीत का प्रतिशत 43 ही है.

1983 का सेमीफाइनल: भारतीय टीम ने पहला वर्ल्ड कप फाइनल 1983 में खेला. मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ ही यह मुकाबला था. इस मुकाबले में पहले भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड को महज 213 पर ऑलआउट कर दिया और फिर 4 विकेट खोते हुए लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया. 'प्लेयर ऑफ दी मैच' लाला अमरनाथ रहे थे. उन्होंने 27 रन खर्च कर दो विकेट झटके थे और बाद में 46 रन की पारी भी खेली थी.

1987 का सेमीफाइनल: भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जगह बनाई. इस बार भी उसका सामना इंग्लैंड से हुआ. इस बार भारत मेजबान था. सेमीफाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेड़े में ही खेला जा रहा था. इंग्लैंड ने यहां पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 254 रन बनाए, जवाब में भारतीय टीम 219 पर ही ढेर हो गई.

1996 का सेमीफाइनल: यह मुकाबला भी भारतीय मैदान पर खेला गया और टीम इंडिया को यहां भी हार झेलनी पड़ी. श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट खोकर 251 रन जड़े और बाद में भारतीय टीम ने 34.1 ओवर में ही 120 रन के कुल योग पर 8 विकेट गंवा दिए. जैसे ही आठवां विकेट गिरा तो ईडन गार्डन्स में मौजूद भारतीय फैंस गुस्सा हो गए और उत्पात मचाने लगे. हालत यह थी कि इसके बाद मैच की एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी और मैच का नतीजा श्रीलंका के पक्ष में दे दिया गया.

2003 का सेमीफाइनल: दक्षिण अफ्रीका में खेले गए वर्ल्ड कप 2003 में भारत का सेमीफाइनल मुकाबला केन्या से हुआ. इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर 270 रन बनाए और बाद में केन्या को 179 पर ढेर कर दिया.

2011 का सेमीफाइनल: यह मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच था. मोहाली में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सचिन तेंदुलकर के 85 रन की बदौलत 260 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की टीम 231 रन ही बना सकी.

2015 का सेमीफाइनल: सिडनी में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भारत को 95 रन से करारी हार मिली थी. यहां कंगारू टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 328 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. इसके बाद भारतीय टीम 47वें ओवर में 233 रन बनाकर ऑलआउट हो गई.

2019 का सेमीफाइनल: वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल ने न्यूजीलैंड ने भारत को पटखनी दी थी. तब कीवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को महज 240 रन का लक्ष्य दिया था. लेकिन टीम इंडिया यहां 221 रन पर ही ढेर हो गई थी.

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