मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पीएम मोदी की तुलना हनुमान से की, कांग्रेस को बताया भगवा का दुश्मन

खरगोन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हनुमान भक्त बताते हुए बात-बात पर मोदीजी को कोसने वाले इंडी गठबंधन के नेताओं को परिवारवादी बताया है। अपनी जनसभा के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन में सीएम यादव ने इंडी गठबंधन को रोज एक ही व्यक्ति दिखता है, और कोई नहीं मिलता है। वे नरेंद्र मोदी को पानी पी-पीकर रोज गाली देते हैं। सोनिया गांधी इसलिए गाली देती हैं कि राहुल को पीएम नहीं बनने दे रहे हैं। उन्हें अपने राहुल व प्रियंका के अलावा कुछ दिखता नहीं। लालू यादव इसलिए गाली देते हैं कि उनके तेजस्वी को नहीं बनने दे रहे हैं। ममता इसलिए बोलती हैं कि भतीजे को आगे नहीं आने दे रहे हैं। इनका पूरा खानदान अपने खानदानों को आगे बढ़ाने निकला है, जबकि नरेंद्र मोदी कहते हैं देश के 142 करोड़, मेरे खानदान के लोग है, मेरे परिवार के लोग है।

 

खरगोन के जवाहर मार्ग पर भाजपा प्रत्याशी की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि हम सबने हाल ही में हनुमान जयंती मनाई। हम अपने हनुमानजी को याद करें व रामराज्य को याद करें। रामराज्य से अगर हनुमानजी को हटा दो तो ऐसा लगता है रामराज्य अधूरा रह जाएगा। जब से रामजी व हनुमानजी का मिलन हुआ, भगवान राम का भी जीवन बदल गया। हनुमानजी ने जो आदर्श दुनिया के सामने पेश किया वह हमें आज भी प्रेरणा देता है। हनुमानजी के बिना माता सीता का पता कैसे लगता? भगवान राम के लिए, सीता माता के लिए अगर हनुमानजी नहीं होते तो समुद्र कौन लांघता? हनुमानजी समुद्र लांघकर माता सीता का पता लगाकर आए और घमंडी रावण की लंका को जलाकर आए। हमें इस बात का गर्व है। आज भी जैसे रावण को घमंड था वैसे ही आज घमंडिया गठबंधन है।

पीएम मोदी की तुलना की हनुमान जी से
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में हनुमानजी का भक्त लोकसभा में सरकार बनाने के लिए आपका आशीर्वाद लेने आया है। उनका अपना कोई परिवार नहीं है। हनुमान जी का भी कोई परिवार नहीं था। मोदीजी जनता राज, रामराज्य बनाने के लिए लगातार सेवा कर रहे हैं। मोदीजी का सरकार में आना रामराज्य की स्थापना का उदाहरण था। राम दरबार में सबको पुरस्कार मिला। माता सीता ने हनुमानजी को मोतियों की माला दी। हनुमानजी प्रत्येक मोती में रामजी को ढूंढ रहे थे। जब मोतियों में रामजी नहीं मिले तो उन्हें पूरी माला बेकार लगी। ऐसे ही भौतिक संसार में यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी ने सेवा का संकल्प लिया है। एक बाल बराबर दाग भी उनके जीवन में नहीं है। अपने जीवन काल में एक-दो नहीं तीन बार मुख्यमंत्री बने। सारी पेंशन, वेतन का पैसा अपने मां के, कर्मचारियों के बहन-बेटियों के लिए छोड़ आए। एक भी पैसा लेकर अपने साथ नहीं आए। जिसका पूरे भारत में एक मकान नहीं लेकिन चार करोड़ परिवार जिनका कोई आश्रय नहीं है, अपने मकान नहीं है, उन्हें पक्के मकान देकर खुश होते हैं।

भगवा को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने कहा हम अपने झंडे के साथ कीचड़ में कमल खिलाने निकले हैं, लेकिन क्या मालूम उन्हें भगवा कलर से क्या आपत्ति है। इनकी क्या दुश्मनी है? हमने किसी रंग से नफरत नहीं की, लेकिन उनके मन csx तो पता नहीं, क्या चश्में से जुड़ा है। दूरदर्शन वालों ने अपने प्रतीक चिह्न में भगवा क्या ले लिया, हाय भगवा, हाय भगवा, हाय भगवा की छाती पीट रहे हैं। उनकी छाती पर सांप लौट रहा है। हमारे तो हर देवस्थान पर भगवा झंडा लगता है। संन्यास धारण करने वाले भगवा वस्त्र पहनते हैं। चुनाव वाले दिन 13 मई को आपको अपनी अंगुली का प्रयोग करना है। कांग्रेस के सारे आतंक का अंत करना है। एक-एक गाली याद रखना।

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