लश्कर के आतंकी अबु हमजा का पुंछ हमले के पीछे हाथ, 10 लाख का इनाम घोषित

श्रीनगर
 भारतीय वायुसेना के दो वाहनों पर आतंकवादी हमले में एक कर्मी की मौत हो गई। इस घटना के बाद सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रहे हैं। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुंछ की सुरनकोट तहसील के बकराबल (सनाई) इलाके में हुए आतंकी हमले में वायुसेना के कॉर्पोरल विक्की पहाड़े शहीद हो गए और 4 अन्य वायु योद्धा घायल हो गए। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के विदेशी आतंकवादी अबू हमजा के नेतृत्व में आतंकवादियों के एक समूह ने यह हमला किया था। अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने एके असॉल्ट राइफलों के अलावा अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन और स्टील की गोलियों का भी इस्तेमाल किया।

चार घायल वायु योद्धाओं को हवाई मार्ग से उधमपुर के उत्तरी कमान अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि अन्य तीन की हालत स्थिर है। हमले के मद्देनजर स्थानीय पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों सहित सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए पुंछ के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया।

सर्च के लिए हेलीकॉप्टर लगाए गए

सेना ने एक हेलीकॉप्टर का उपयोग करके हवाई निगरानी भी की और पैरा कमांडो को भी तलाशी अभियान में लगाया गया। एडीजीपी, जम्मू, आनंद जैन और सेना और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरनकोट क्षेत्र में घात स्थल का दौरा किया। शनिवार का हमला 21 दिसंबर, 2023 के बाद पुंछ में पहला हमला था, जब जिले के बफलियाज के डेरा की गली इलाके में एक आतंकवादी हमले में सेना के 4 जवान मारे गए थे।

सैनिक को मारने आए थे आतंकी

पुलिस के मुताबिक, अबू हमजा 22 अप्रैल को राजौरी जिले के थानामंडी इलाके के कुंडा टॉप गांव में 40 वर्षीय सरकारी कर्मचारी मोहम्मद रज्‍जाक की हत्या का भी आरोपी है। रज्‍जाक समाज कल्याण विभाग में कार्यरत थे, जबकि उनके भाई मोहम्मद ताहिर चौधरी प्रादेशिक सेना में कार्यरत हैं। पुलिस ने बताया कि आतंकवादी सैनिक को मारने आए थे, लेकिन जब वह उनके चंगुल से छूट गया तो उन्होंने उसके भाई को मार डाला।

दस लाख के इनाम का ऐलान

पुलिस ने उसके बारे में जानकारी देने पर 10 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है। उसके पुंछ और राजौरी के जंगलों में काम करने का संदेह है। पुलिस के अनुसार, सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने तलाशी की निगरानी के लिए हमला स्थल का दौरा किया।

इस तरह चल रहा अभियान

एक अधिकारी ने कहा, 'जर्रा वली गली क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा गया है। चल रहे अभियान में पैरा कमांडो को तैनात किया गया है, बलों ने बैरिकेड्स लगाए हैं, और आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए हेलीकॉप्टरों के साथ हवाई निगरानी भी की जा रही है। पुंछ सेक्टर में तैनात रडार पर तकनीकी काम से लौटते समय सुरनकोट क्षेत्र में सनाई टॉप जाने वाले ट्रकों पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद कार्पोरल पहाड़े की अस्पताल में मौत हो गई।'

फारूख अब्दुल्ला ने साधा निशाना

इधर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायु सेना के एक काफिले पर आतंकवादी हमले की रविवार को निंदा की। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आतंक का खतरा अभी भी बरकरार है। पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा सरकार के उस दावे की पोल खुल चुकी है कि अनुच्छेद 370 आतंकवाद के लिए जिम्मेदार था। उन्होंने अपना रुख दोहराया कि केवल भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत ही क्षेत्र में आतंकवाद के खतरे को समाप्त कर सकती है।

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