1987 के बाद पहली बार…कीवी टीम की किसी वर्ल्ड कप में हुई ऐसी दुर्गति

नई दिल्ली

 टी20 विश्वकप में न्यूजीलैंड की टीम ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई है। लंबे अरसे बाद ऐसा हुआ है जब कीवी टीम को इस शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा। इससे पहले साल 1987 में न्यूजीलैंड की टीम को जल्दी बाहर होना पड़ा था। तब से अब तक यह पहली बार हुआ है जब न्यूजीलैंड की टीम किसी विश्वकप में ग्रुप स्टेज से ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है। न्यूजीलैंड की टीम ग्रुप सी में और पांच टीमों में सबसे फिसड्डी साबित हुई है। वह अपने दोनों शुरुआती मुकाबले हार चुकी है। इस तरह न्यूजीलैंड की उम्मीदों का करारा झटका लगा है।

वर्ल्ड कप में अच्छा रहा है प्रदर्शन
पिछले कुछ अरसे से आईसीसी इवेंट्स में न्यूजीलैंड की टीम का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। खासतौर पर विश्वकप में कीवी टीम की परफॉर्मेंस में निरंतरता रही है। वह पिछले तीन वनडे विश्व कप और तीन टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा था। लेकिन इस साल न्यूजीलैंड की किस्मत पहले ही मैच से रूठ गई। अफगानिस्तान के खिलाफ पहले मैच में न्यूजीलैंड के बल्लेबाज नहीं चल पाए। उसकी पूरी टीम 15.2 ओवर में 75 रन पर आउट हो गई जिससे उसे 84 रन से हार का सामना करना पड़ा। इससे उसका नेट रन रेट भी गड़बड़ा गया। एक से बढ़कर एक शानदार फील्डर्स से भरी न्यूजीलैंड की टीम ने इस मैच में कैचेज भी खूब टपकाए।

उलटा पड़ा विलियमसन का दांव
पहले मैच में हार के बाद न्यूजीलैंड का अगला मुकाबला मेजबान वेस्टइंडीज से था। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए कीवी टीम को यह मैच जीतना जरूरी था। लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ तेज गेंदबाजों का जल्दी इस्तेमाल करने का केन विलियमसन का दांव उनकी टीम के लिए उलटा पड़ गया। मैच के 18वें ओवर तक ट्रेंट बोल्ट (चार ओवर में 16 रन पर तीन विकेट) और लॉकी फर्ग्यूसन (चार ओवर में 27 रन पर दो विकेट) के ओवर खत्म हो गए और विलियमसन को आखिरी दो ओवरों के लिए मध्यम तेज गेंदबाज डेरिल मिचेल और बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर पर निर्भर रहना पड़ा। वेस्टइंडीज के बल्लेबाज शेरफेन रदरफोर्ड ने इसका फायदा उठाते हुए 39 गेंदों में नाबाद 68 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने आखिरी दो ओवर मे चार छक्कों सहित 37 रन बनाए।

मैच के नतीजे पर पड़ा असर
इससे टी20 वर्ल्ड मैच के नतीजे पर भी काफी फर्क पड़ा, क्योंकि वेस्टइंडीज ने नौ विकेट पर 112 रन से नौ विकेट पर 149 रन बनाए और फिर कीवी टीम को नौ विकेट पर 136 रन पर रोक दिया। विलियमसन ने मैच के बाद इसको लेकर अफसोस भी जताया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मिचेल और सैंटनर ने जो भी ओवर फेंके, उस पर रन बनने वाले थे। आपको इस तरह की चीजों से निपटना होता है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि टी20 क्रिकेट में आजकल जो टीमें काफी गहराई तक बल्लेबाजी कर रही हैं…आप हमेशा बिल्ली और चूहे का खेल खेलने की कोशिश कर रहे हैं।

 

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