भारतीय जनता पार्टी ने मनाया आपातकाल काला दिवस आपातकाल देश का सबसे कठिन दिन – कैलाशचंद जैन

डिण्डौरी
 जिला मुख्यालय में संचालित मेकलसुता महाविद्यालय डिण्डौरी मे आयोजित आपातकाल दिवस को भाजपा डिण्डौरी ने काला दिवस के रूप में मनाया। मेकलसुता महाविद्यालय डिण्डौरी मे काला दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से मीशाबंदी के रूप मे रहे कैलाशचंद जैन, वरिष्ठ नेता अशोक अवधिया, सुरेश जैन व भाजपा जिलाध्यक्ष अवध राज बिलैया मौजूद रहें। सर्वप्रथम सभी अतिथियों ने भारत माता के तेलीय चित्र पर माल्यार्पण कर तिलक वंदन किया एवं भाजपा जिलाध्यक्ष अवध राज बिलैया ने मीशाबंदी कैलाशचंद जैन, भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक अवधिया, सुरेश जैन का शाॅल श्रीफल से सम्मान किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष अवध राज बिलैया ने कहा कि 1971 के आम चुनाव मे भ्रष्ट चुनाव प्रथाओं के आधार पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के द्वारा रद्द कर दिया गया था सत्ता बरकरार रखने के लिए 25 जून 1975 की आधी रात को मंत्रिपरिषद के बिना सूचित किये राष्ट्रपति को आपातकाल लागाने के लिए मजबूर कर दिया। जिसमें राजनाथ सिंह, जयप्रकाश नारायण जैसे विपक्षी नेताओं को जेल मे डाल दिया गया। कुल मिलाकर सरकारी डाटा में 1.5 लाख लोगों को जेल मे डाला गया जिसमें से 22 की जैल के दौरान की मृत्यु हो गई। इसके साथ ही प्रेस व मीडिया को भी प्रतिबंधित कर दिया गया। अखबार का प्रकाशन तुरंत ही रूकवा दिया गया एवं बिजली काट दी गई। हमारे वरिष्ठ नेता कैलाशचंद जैन उस समय जेल मे बंद थे इन्हें राजनैतिक कार्यो में संलिप्त होने के कारण 18 माह तक जेल मे रखा गया एवं विभिन्न यातनाऐं दी गई। वहीं कैलाशचंद जैन ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि लालबहादुर शास्त्री के निधन के देश की प्रधानमंत्री बनी इंदिरा गांधी भ्रष्ट चुनाव के चलते न्यायपालिका से टकराव शुरू हो गया था। यही टकराव इमरजेंसी की पृष्टभूमि बना था। आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर बैन लगा दिया गया और विपक्षी नेताओं को जेल मे डाला गया। आपातकाल के दो वर्षो के दौरान देश की यह दुखद स्थिति थी, संविधान को यहां के कानून मे संशोधन कर सुप्रीम कोर्ट को ऐसे किसी भी संशोधन की जांच करने के लिए रोक दिया गया था। जिसके परिणाम स्वरूप सरकार को भारत के पवित्र संविधान और लोगो की जिंदगी उनकी स्वतंत्रता के साथ कुछ भी करने की आजादी मिल गई। वरिष्ठ नेता अशोक अवधिया ने कहा कि आपातकाल के दौरान तानाशाही सरकार को बनाये रखने के इरादे से जो भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने अपने गलत कामो और नकामयाबियों के कारण जनता के क्रोध के निशाने पर थी। जनता के मूल अधिकारो को छीन लिए गये मनचाहे तरीके से संविधान को गलत ढंग से परिभाषित किया गया। जो आज कहते है कि भाजपा संविधान के साथ छेड़छाड कर रही है उनको बताना चाहूॅगा कि उनकी सरकार मे तत्कालीन इंदिरा गांधी ने अनगिनत बार संविधान को संशोधन किया देश की आजादी छीनी। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक प्रकोष्ठ जिला संयोजक डाॅ. प्रदीप कुमार द्विवेदी व आभार डाॅ. बिहारीलाल द्विवेदी ने व्यक्त किया।
इस दौरान वरिष्ठ नेता सुरेश जैन, जिला उपाध्यक्ष सुशीला मार्को, महेश सिंह पाराशर, जे.पी. गर्ग, गंगाप्रसाद तिवारी, राजकुमार पचौरी, जिला मंत्री सपना जैन, जिला कार्यालय मंत्री पुनीत जैन, जिला सह सोशल मीडिया संयोजक अविनाश सैनी,  महिलामोर्चा जिलाध्यक्ष नरवदिया मरकाम, मण्डल मंत्री नीलू जैन, महिलामोर्चा जिलामहामंत्री कुंवरिया मरावी, सहित बड़ी संख्या मे छात्र छात्राऐं मौजूद रहीं।

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