आज ही के दिन 13 साल पहले पाकिस्तान को हराकर भारत ने जीता था T20 वर्ल्ड कप जिसने बदल दी भारतीय क्रिकेट की तस्वीर

 नई दिल्ली 
आज यानी 24 सितंबर का दिन भारतीय क्रिकेट टीम और क्रिकेट फैन्स के लिए बेहद यादगार और खास है। आज ही के दिन 13 साल पहले 2007 में भारत ने पहला आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। टी-20 वर्ल्ड कप पहली बार 2007 में खेला गया था और टीम इंडिया ने महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में पाकिस्तान को 5 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया था। इस जीत की खास बात यह थी कि इस विश्व कप में टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ियों ने भाग नहीं लिया था, इसके बावजूद टीम इंडिया अपने युवा खिलाड़ियों के दम पर खिताब जीतने में कामयाब नहीं। इस मौके पर बीसीसीआई ने इस खास जीत को याद किया है और एक वीडियो शेयर किया है।

इस पूरे वर्ल्ड कप में भारत की दो जीत सबसे ज्यादा चर्चा में रही एक फाइनल में मिली पाकिस्तान के खिलाफ खिताबी जीत और दूसरी भी पाकिस्तान के खिलाफ ही ग्रुप राउंड में मिली जीत। बॉल-आउट में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को हराया था और इस मैच की यादें आज भी क्रिकेट फैन्स के जेहन में पूरी तरह से ताजा हैं। टीम इंडिया की इस जीत के हीरो तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा रहे थे।पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया ने आखिरी ओवर में नाटकीय ढंग से मैच जीता था। पाकिस्तान को आखिरी ओवर में 13 रनों की दरकार थी और क्रीज पर मिसबाह उल हक और मोहम्मद आसिफ मौजूद थे।
 
कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी के सामने आखिरी ओवर कराने के लिए हरभजन सिंह और जोगिंदर शर्मा के रूप में दो ऑप्शन थे। धौनी ने गेंद जोगिंदर को पकड़ाई और पूरा क्रिकेट जगत सन्न रह गया था। पहली गेंद जोगिंदर ने वाइड फेंक दी। पाक को अब 6 गेंद पर 12 रनों की दरकार थी।

ओवर की पहली लीगल डिलीवर डॉट बॉल। लेकिन दूसरी गेंद पर मिसबाह ने छक्का जड़ डाला। यहां से लगा कि मैच टीम इंडिया की पहुंच से बाहर गया लेकिन इसके बाद जो कुछ भी हुआ वो इतिहास बन गया। जोगिंदर शर्मा ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी ओवर फेंका था और मिसबाह उल हक को श्रीसंत के हाथों कैच कराकर भारत को टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाया था।

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