जगह-जगह गंदगी का अंबार कैसे होगा स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 रैंकिंग में सुधार

जतारा
नगर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए नगर परिषद द्वारा जोर-शोर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन स्वच्छता कहीं दिखाई नहीं दे रही है। नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में कई गलियां ऐसी हैं, जहां गंदगी का अंबार लगा है। नगर परिषद के अधिकारियों ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है।

नगर परिषद एक तरफ स्वच्छता का ढिढोरा पिट रहा है और यहां सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा है। नगर परिषद सालाना स्वच्छता एवं साफ-सफाई के मामले पानी की तरह पैसा बहा कर भारी भरकम राशि खर्च कर रहा है। जिस तरह से नगर की साफ-सफाई होनी चाहिए, ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। नगर के मुख्य मार्गो को छोड़कर अंदर बस्तियों में -मुहल्ले में कचरों का अंबार लगा हुआ है।

नगर परिषद क्षेत् के वार्ड नंबर 14 में आदिवासी बस्ती में नगर परिषद का कोई ध्यान नहीं है यहां की हालात सफाई व्यवस्था को लेकर बद से बदतर है यहां लंबे समय से पानी का जमा होते हुए दलदल बन गया है लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यहां के लोग नारकीय जीवन जी रहे। यहां नगर परिषद ने अभी तक नाली निर्माण नहीं कराया है जिसस  बस्ती का पूरा पानी जमा हो रहा है गंदगी का ढेर लगा हुआ है । सड़क किनारे जलजमाव से उठने वाली दुर्गंध से स्थानीय लोग परेशान हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि अन्य जगहों से सफाई कर्मियों द्वारा उठाई गंदगी इस जगह फेंक दिया जाता है। जिसके कारण स्थानीय लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।

पेयजल कुआं बना गंदगी का कुआं कुएं में जा रहा नाली का पानी
वार्ड नंबर 14 स्थित है आदिवासी बस्ती में पेयजल के लिए बनाए गए कुएं जो बस्ती के लिए जीवन रेखा साबित होता था नगर परिषद की लापरवाही के चलते पेयजल कुएं में नाली का पानी जा रहा है जिससे कुआं पूरा बर्बाद हो गया है बस्ती के लोगों ने कुएं का पानी पीना तक छोड़ दिया है क्योंकि अब यह कुआं गंदगी का कुआं बन गया है हैरत की बात तो यह है कि स्थानीय लोगों ने कई बार नगर परिषद यहां की साफ-सफाई को लेकर शिकायत भी की इसके बाद भी नगर परिषद का इस और कोई ध्यान नहीं है इस तरह नगर परिषद की सफाई अभियान की यहां पोल खुलती नजर आ रही है

2019 के मुकाबले 2020 में फिसड्डी नगर परिषद
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर 2019 में जबरदस्त छलांग लगाते हुए नगर परिषद को प्रदेश में 68वा स्थान प्राप्त हुआ था जिसके बाद 2020 के स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग इस तरह गिरी की नगर परिषद फिसड्डी साबित हुई 198 स्थान पर पहुंच गई 2021 के लिए दम भरने वाली नगर परिषद को चुनोतिया कम नहीं है।

नगर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है जहां भी शिकायत मिल रही है तुरंत सफाई की जा रही है अगर कोई कर्मचारी किसी वार्ड में लापरवाही कर रहा है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हरिमोहन चौबे, सीएमओ नगर परिषद, जतारा

Back to top button