कोरोना काल में पुस्तकों का वितरण, घर-घर पहुंच रहा शिक्षा

सूरजपुर। सर्व शिक्षा अभियान (समग्र शिक्षा) अन्तर्गत जिले में शिक्षा सत्र 2020-21 में वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण संस्थायें संचालित नहीं हो रही हैं। बावजूद इसके प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के छात्र व छात्राओं को नि:शुल्क गणवेश, नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक समय पर घर पहुंच शिक्षकों के माध्यम से उपलब्ध करा दिया गया है। मध्यान्ह भोजन की सामग्री यथा चावल, दाल, सोयाबिन बड़ी, तेल आदि भी घर पहुंचाकर अथवा अभिभावकों से सम्पर्क कर प्रदाय किया जा रहा है। इस वर्ष जिले के सभी प्राथमिक शाला व माध्यमिक शालाओं के छात्र व छात्राओं को 2 लाख 34 हजार 762 नि:शुल्क पाठय पुस्तक प्रदाय किया गया है साथ ही 2 लाख 35 हजार 340 सेट नि:शुल्क गणवेश भी प्रदाय किया जा चुका है।
कोरोना संकट के बीच शासन द्वारा चलाये जा रहे आॅनलाईन पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के साथ-साथ मोहल्ला क्लास, मिस्ड कॉल गुरूजी, लाऊडस्पीकर क्लास, बुलटू के बोल व अन्य नये-नये नवाचार षिक्षकों द्वारा किये जा रहे हैं जिसका लाभ छात्र व छात्राओं को मिल रहा है। वर्ष 2020-21 में इंस्पायर अवार्ड मानक में भी कक्षा छठवीं से दसवीं तक के बच्चों का पंजीयन हुआ है जिसमें बच्चों को विज्ञान के प्रति अभिरूचि प्रदर्षित करने का अवसर शासन द्वारा प्रदान किया जाता है।
विगत वर्ष सत्र 2019-20 में निर्भया योजना अन्तर्गत जिले के 347 शासकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक एवं 100 सीटर कस्तुरबा गाध्ांी बालिका आवासीय विद्यालयों की छात्राएं सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम के तहत् अपनी सुरक्षा के गुर सीखकर लाभान्वित हुई। कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में समय-समय पर छात्राओं को व्यवसायिक प्रषिक्षण भी प्रदान किया जाता है जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो रहा है। छात्र व छात्राओं के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए सप्ताह में दो दिवस सोयामिल्क भी विभिन्न फ्लेवर के प्रदाय किये गए जिसको बच्चों ने खुशी-खुशी ग्रहण किया।

Back to top button