मुख्य सचिव पहुंचे धान खरीदी केन्द्र अधिकारी-कर्मचारी से लेकर किसानों से सीधे बातचीत की

रायपुर। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने पद ग्रहण करने के बाद रायपुर जिले के आरंग विकासखंड के ग्राम खुरेटी (उमरिया) के सहकारी समिति के माध्यम से संचालित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के केन्द्र पहुंचकर सीधे समिति स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों से लेकर किसानों से सीधे बातचीत की। उन्होंने धान खरीदी की प्रक्रियाओं का अवलोकन किया तथा जिला अधिकारियों से भी इसकी बारीकियों और एक-एक स्टेप की जानकारी ली।
बातचीत के दौरान गांव गुजरा के किसान  मनीराम निशाद ने बताया कि वह सरकार की धान खरीदी के व्यवस्था से संतुष्ट हैं। उसके पास 5 एकड़ जमीन है इस वर्ष धान की फसल ठीक हुई है और वह अपना धान प्रति एकड़ 15 क्विंटल के हिसाब से बेच रहा हैं। छोटा रकबा होने से उसकी नम्बर जल्दी आया है और एक टोकन से ही उसकी पूरी फसल बिक रही हैं। इसी तरह ग्राम गुजरा के किसान श्री गणेश प्रसाद ने बताया कि आज वह अपना 205 कट्टा धान बेच रहा हैं। व्यवस्था में और सुधार किये जाने के मुख्य सचिव द्वारा किए गए प्रश्न पर एक किसान ने कहा कि अगर समिति के अन्दर एक बोरिंग हो जाए तो अच्छा होगा। इस पर मुख्य सचिव ने कलेक्टर रायपुर डॉ भारतीदासन को इस संबंध में समुचित कार्यवाही के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि धान उपार्जन से समिति को आय होती है और इसकी राशि से टूयुबवेल खुदवाया जाएगा।
मुख्य सचिव द्वारा पुछे जाने पर ग्राम समिति के प्रबंधक ने बताया कि ग्राम में समिति के अंतर्गत 5999 किसानों का धान बेचा जाना है। प्रतिदिन के हिसाब से किसानों को टोकन दिया जा रहा हैं और सभी किसान अपनी फसल बेचने आ रहे हैं। 22 किसानों से आज करीब 870 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही हैं।

मुख्य सचिव ने समझाया कि धान की स्टेकिंग कैसे की जाती है
मुख्य सचिव ने बातचीत के दौरान सहकारी विभाग के अधिकारी से स्टेकिंग के तहत जमाए गए बोरा की संख्या बताने को कहा। कुछ गलती करने पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने समझाया कि धान की स्टेकिंग कैसे की जाती हैं और अगर इसे अच्छे से किया जाए तो बड़े आराम से रखे गए धान के बोरों और कुल धान की मात्रा का तत्काल आकलन किया जा सकता है।

मुख्य सचिव ने यहां कोरोना से रोकथाम संबंधी लगाए गए निदेर्शों का अवलोकन किया और ऐसी जगह लगाने के निर्देश दिए जहां किसान उसे अच्छे से पढ़ सकें। उन्होंने परिसर की अन्य व्यवस्थओं विद्युत, छाया, पानी आदि की भी जानकारी ली। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ गौरव सिंह सहित खाद्य, सहकारिता और संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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