चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास तीन नए गांवों को बसाया

पेइचिंग
लद्दाख में भारत से मात खाया चीन अब पूर्वोत्तर में नया मोर्चा खोलने की तैयारी में है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास तीन नए गांवों को बसाया है। सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार, यह स्थान बुम ला दर्रे से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर भारत, चीन और भूटान की सीमा के नजदीक स्थित है। इतना ही नहीं, इन गांवों में चीन ने लोगों को भी बसा दिया है। बता दें कि इस क्षेत्र को लेकर चीन पहले से ही दावा करता रहा है।

चीन ने अरुणाचल बॉर्डर पर बनाए तीन नए गांव
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अरुणाचल बॉर्डर पर कम से कम तीन गांवों को स्थापित किया है। चीन का नया निर्माण अरुणाचल प्रदेश सीमा के साथ अपने क्षेत्रीय दावों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को बार-बार मान्यता नहीं देने की बात करता रहता है। 1962 के युद्ध में भी चीन ने इस क्षेत्र के बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था।

सैटेलाइट तस्वीरों से खुली चीन की पोल
रिपोर्ट में प्लैनेट लैब्स की 17 फरवरी, 2020 तस्वीरों के आधार पर बताया गया है कि उस समय इस क्षेत्र में केवल एक ही गांव बसाया गया था। जिसमें 20 के आसपास लाल छतों वाले घर दिखाई देते हैं। 28 नवंबर, 2020 की दूसरी तस्वीर में 50 से अधिक घरों के साथ-साथ तीन नए एन्क्लेव भी दिखाई दे रहे हैं, जो एक दूसरे से एक किलोमीटर की दूरी पर बने हुए हैं। इनकों जोड़ने के लिए सभी मौसम में खुली रहने वाली सड़क का भी निर्माण किया गया है।

चीन की पुरानी चाल है सीमा पर गांवों का निर्माण
चीन मामलों के जानकार डॉ ब्रह्म चेलानी के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया है कि चीन अपने सीमावर्ती दावों को मजबूत करने और सीमा घुसपैठ को बढ़ाने के लिए भारतीय सीमा पर कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थक हान चीनी और तिब्बती सदस्यों को बसाने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहा है। दक्षिण चीन सागर पर कब्जे के लिए भी चीन इस रणनीति का उपयोग कर चुका है। लेकिन, तब उसने नागरिक संसाधनों पर कब्जा करने के लिए चीनी मछुआरों का उपयोग किया था।

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