कोरोना का असर क्रिसमस सेलिब्रेशन पर दिखेगा, whatsapp ग्रुप पर होगी प्रार्थना, नहीं बंटेगी पर्ची

पटना 
कोरोना का असर इस बार क्रिसमस सेलिब्रेशन पर भी होगा। लोग कोरोना संक्रमण से बचें, इसके लिए क्रिसमस पर आयोजित होने वाली विशेष प्रार्थना को धर्मगुरुओं द्वारा व्हाट्सएप पर भेजा जायेगा। 

इसके लिए तमाम चर्च द्वारा कई व्हाट्सअप ग्रुप बनाए जा रहे हैं। इससे भक्तों को चर्च आने की जरूरत नहीं होगी और प्रार्थना सभा में शामिल होने का मौका भी मिलेगा। इस बार क्रिसमस पर प्रार्थना के लिए पर्ची या पंपलेट नहीं बांटे जाएंगे। डिजिटल रूप से ही सारे कार्यक्रम पर जोर दिया जायेगा। 

खासकर बच्चे और बुर्जुगों को क्रिसमस पर आयोजित विशेष प्रार्थना में शामिल होने के लिए यह किया जा रहा है। ज्ञात हो कि राजधानी पटना के तमाम चर्च में हर साल प्रभु यीशु का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार कोरोना के कारण सामान्य तौर पर क्रिसमस मनाया जायेगा। कुर्जी चर्च के बाहर क्रिसमस के दिन सुबह से मेला लगता था। इस बार ऐसा नहीं होगा। 

घरों में ही होगी प्रार्थना सभा 
तमाम चर्च द्वारा उनके यू-ट्यूब चैनल से क्रिसमस का प्रार्थना सभा आयोजित की जायेगी। लोग अपने-अपने घर से ही जन्मोत्सव के प्रार्थना सभा में शामिल होंगे। क्राइस्ट चर्च के धर्मगुरु फादर मनोज ने बताया कि विशेष प्रार्थना सभा में भीड़ ना लगे, इसके लिए तीन से चार बार प्रार्थना का आयोजन किया जायेगा।  

गोशाला को किया जायेगा सैनेटाइज 
प्रभु यीशु का जन्म गोशाला में हुआ था। इसके लिए तमाम चर्च में गोशालाओं का निर्माण किया जाता है। इसके अलावा लोग घरों में भी गोशाला बनाते हैं। क्राइस्ट चर्च प्रशासन और कैथलिक चर्च की मानें तो गोशाला तो बनाया जायेगा, लेकिन पहले उसे सैनेटाइज किया जायेगा। सेंट जेवियर्स हाई स्कूल मे बनने वाला गोशाला इस बार छोटे आकार का होगा। 

नवंबर के अंतिम रविवार से शुरू हुआ आगमन काल 
भगवान यीशु के आगमन की शुरूआत हो चुकी है। कुर्जी स्थित रहने वाले एसके लॉरेंस ने बताया कि नवंबर के अंतिम रविवार को भगवान यीशु के आगमन काल के रूप में मनाया जाता है। इसके बाद दिसंबर के पहला रविवार को भगवान यीशु के आगमन के लिए प्रार्थना सभा शुरू हो जाती है। दिसंबर के हर रविवार को भगवान यीशु के आगमन के अनुसार मनाया जाता है। इस दौरान हम सभी साफ सफाई आदि का ध्यान रखते हैं। खुद को पवित्र करना शुरू करते हैं। 

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