मोहम्मद शमी की कलाई में फ्रैक्चर, सीरीज से बाहर होना तय

एडिलेड
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का दाएं हाथ की कलाई में फ्रैक्चर के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाकी बचे तीन मैचों के लिए टीम से बाहर होना तय है, जिससे मोहम्मद सिराज को पदार्पण का मौका मिल सकता है। भारत की दूसरी पारी के दौरान पैट कमिन्स की उठती हुई गेंद इस तेज गेंदबाज की कलाई पर लगी जिसके बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। उनके रिटायर हर्ट होने से भारतीय पारी 21.2 ओवर में महज 36 रन पर समाप्त हो गई।

शमी हो सकते हैं सीरीज से बाहर
टेस्ट इतिहास में भारत का यह न्यूनतम स्कोर है। शमी को इसके बाद स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी गेंदबाजी वाले हाथ में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘मोहम्मद शमी के हाथ में फ्रैक्चर है और टेस्ट सीरीज के बचे हुए तीन मैचों में उनकी वापसी की संभावना बहुत ही कम है।’

सिराज कर सकते हैं डेब्यू
उन्होंने कहा कि मोहम्मद सिराज ने दो अभ्यास मैचों में शानदार प्रदर्शन किया और वह मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में पदार्पण कर सकते है। विराट कोहली पितृत्व अवकाश के कारण अगले तीन मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे, जिससे भारतीय टीम को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शमी भारत के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं और उनकी अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण के कमजोर होने के साथ टीम को मैदान पर भी एक तेज दिमाग वाले खिलाड़ी की कमी खलेगी। पिछले दौरे की तरह इस बार भी पैट कमिंस और जॉश हेजलवुड की जोड़ी ने भारतीय बल्‍लेबाजों की नाक में दम कर दिया। पिछली बार तो थोड़ी राहत थी, इस बार तो ऐडिलेड की पिच पर दोनों की गेंदें आग उगल रही थीं। हेजलवुड ने पांच और कमिंस ने दूसरी पारी में चार विकेट झटके। ऐडिलेट टेस्‍ट की दूसरी पारी में भारत ने 19 रन पर ही 6 विकेट गंवा दिए थे। इससे पहले ऑस्‍ट्रेलिया में 5 विकेट खोकर इतना कम स्‍कोर कभी नहीं बना था। पिछला रेकॉर्ड 1947 का था जब भारत ने यहां पर अपना पहला टेस्‍ट खेला था। तब 23 के टोटल पर भारत के पांच विकेट गिर चुके थे।

पृथ्‍वी शॉ के दोबारा सस्‍ते में आउट होने के बाद विराट कोहली ने शुक्रवार को जसप्रीत बुमराह को नाइट वॉचमैन बनाकर भेजा था। कल बुमराह ने अपना रोल बखूबी निभाया था। मगर आज जब खेल शुरू हुआ तो पैट कमिंस की एक गेंद पर वह उन्‍हें ही कैच थमा बैठे। तब भारत का स्‍कोर 15 रन था। टीम के सबसे भरोसेमंद बल्‍लेबाज चेतेश्‍वर पुजारा दूसरी पारी में पहली जैसा प्रदर्शन नहीं दोहरा सके। जब कमिंस ने टिम पेन के हाथों पुजारा को कैच कराया, तब उनका खाता भी नहीं खुला था। कमिंस दो झटके दे चुके थे। अब बारी जॉश हेजलवुड की थी। उन्‍होंने ओपनर मयंक अग्रवाल को टिम पेन के हाथों कैच कराया। अग्रवाल ने 40 गेंद में 9 रन बनाए। अजिंक्‍य रहाणे पहली पारी में विराट कोहली को रनआउट कराके खासी आलोचना झेल चुके थे। दूसरी पारी में हेजलवुड की एक गेंद पर बल्‍ला अड़ाकर उन्‍होंने फिर गलती कर दी। रहाणे डक का शिकार हुए। तो अब स्‍कोर था 15 रन और भारत के 5 विकेट गिर चुके थे। कप्‍तान विराट कोहली क्रीज पर थे। पैट कमिंस की गेंदें आग उगल रही थीं और एक गेंद ने एज ले लिया। ग्रीन ने कोई गलती नहीं की। कोहली निराश थे। टीम के 6 विकेट सिर्फ 19 रन पर गिर चुके थे।

विराट ने यह कहा था
इससे पहले कोहली की बातों से ही लग गया था कि शमी सीरीज के बाकी बचे मैचों के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। उन्होंने आठ विकेट से मैच गंवाने के बाद कहा, ‘वह काफी दर्द में है, वह अपना हाथ भी नहीं उठा पा रहे है। उनकी चोट के बारे में हमें शाम तक पता चलेगा।’ शमी के चोटिल होने के बाद टीम के मेडिकल स्टाफ उनकी मदद के लिए मैदान पहुंचे लेकिन कुछ कोशिश के बाद उन्होंने ड्रेसिंग रूम वापस लौटना सही समझा जिससे भारतीय पारी 21.2 ओवर मे सिमट गई। भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी के तहत पहले टेस्ट मैच के शुरू होने से ठीक पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम मैदान पर नंगे पांव उतरी। टीम के सभी खिलाड़ियों ने गुरुवार को नस्लवाद के खिलाफ 'बेयरफुट सर्कल' समारोह में हिस्सा लिया। 'बेयरफुट सर्कल' के माध्यम से खिलाड़ियों ने नस्लवाद के खिलाफ और एबओरिजनल (ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी) कल्चर के प्रति अपना सम्मान प्रकट किया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की हैं। तस्वीरों में खिलाड़ी खाली पैर मैदान में गोलाकार में खड़े होकर नस्लवाद के खिलाफ अपना विरोध अपने अंदाज में दर्ज करते दिख रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया ने जब इस साल इंग्लैंड का दौरा किया था, उसकी टीम ने नस्लवाद के विरोध को गंभीरता से नहीं लिया था और इसके लिए उसकी कड़ी आलोचना हुई थी। वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने इंग्लैंड दौरे पर घुटने के बल बैठकर नस्लवाद का विरोध नहीं करने पर आरोन फिंच और इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन को कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बाद भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंची तो वनडे सीरीज के पहले मैच के दौरान दोनों टीमों ने बेयरफुट सर्कल के माध्यम से ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट को अपना समर्थन प्रकट किया था। मैच की बात करें तो भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस डे-नाइट टेस्ट में उसने पहले दिन 6 विकेट पर 233 रन बनाए हैं। टीम के फिजियोथेरेपिस्ट नितिन पटेल ने दर्द कम करने वाले स्प्रे का इस्तेमाल किया लेकिन वह सहज नहीं हुए और बल्लेबाजी नहीं करने का फैसला किया। चार मैचों की सीरीज में भारतीय टीम अब 0-1 से पिछड़ गयी है। दोनों टीमों के बीच दूसरा मुकाबला 26 दिसंबर (बॉक्सिंग डे) से मेलबर्न में खेला जाएगा।

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