सौर ऊर्जा से पर्यावरण और रोजगार के क्षेत्र में होंगी नई संभावनाएँ : मंत्री डंग

भोपाल

मध्यप्रदेश के सोलर एनर्जी ब्राण्ड एम्बेसडर और सोलर एनर्जी उपयोग को जन-आन्दोलन बनाने वाले चेतन सिंह सोलंकी ने गतदिवस मंदसौर जिले के शासकीय आईटीआई सीतामऊ में एनर्जी स्वराज मिशन के तहत कार्यशाला का आयोजन किया। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने एनर्जी स्वराज यात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि ऊर्जा का यह नवीन प्रयोग और परम्परागत उर्जा की बचत देश में नये युग का सूत्रपात कर रहा है।

प्रो. सोलंकी ने छात्र-छात्राओं को सौर ऊर्जा के फायदे एवं जीवाष्म ईधन से होने वाले पर्यावरण पर दुष्प्रभाव की जानकारी दी। उन्होंने युवाओं को भविष्य में सौर ऊर्जा से होने वाले रोजगारों की जानकारी देते हुए इसे एक आन्दोलन के रूप में लेने का आव्हान किया।

मंत्री डंग ने एनर्जी स्वराज यात्रा बस में किया रात्रि विश्राम

कार्यशाला के बाद मंत्री डंग ने एनर्जी बस में प्रो. सोलंकी और टीम से यात्रा के दौरान उनके अनुभवों और सौर ऊर्जा क्षेत्र में की जा सकेने वाली संभावनाओं पर चर्चा की।डंग ने टीम के साथ एनर्जी बस में ही रात्रि विश्राम किया। मूलत: खरगौन जिले के सोलंकी आई.आई.टी. मुंबई में प्रोफेसर हैं। उन्होंने पिछले 20 साल से सौर ऊर्जा पर नवाचार और शोध कार्य किये हैं। उन्हें आईईईई ने 10 हजार डालर का अवार्ड दिया है। उनके द्वारा जन-जागृति के लिये 11 वर्ष की एनर्जी स्वराज यात्रा शुरू की गई है जो दिसम्बर 2030 तक चलेगी। यात्रा का उद्देश्य ऊर्जा स्वराज आन्दोलन जलवायु परिवर्तन की दिशा में लोगों को सचेत करते हुए सौर ऊर्जा को एक समाधान के रूप में अपनाने के लिये प्रेरित करना है। राज्य सरकार इन्हें मध्यप्रदेश में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से भी कम होना चाहिए। देश में 40 फीसदी वन क्षेत्र कम हो गया है। उन्होंने कहा कि सोलर एनर्जी को बढ़ावा देना होगा ताकि पर्यावरण को सुधारा जा सके। प्रो. सोलंकी ने बताया कि खरगौन में सोलर काम्प्लेक्स बनाया गया है। यहां प्रकाश से लेकर सभी कार्य सौर ऊर्जा से हो रहे हैं। उन्होंने ऊर्जा दक्ष उपकरणों एवं 5 स्टार रेटिंग उपकरणों के उपयोग की सलाह दी।

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