लापता युवतियों को तलाशने चलेगा अभियान-CM शिवराज

 भोपाल
 मुख्यमंत्री ने कहा है कि मैंने पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश की बेटियों को गायब करने वालों को बर्बाद करके छोड़ना। हमने सबसे पहले कानून बनाया है कि यदि बेटियों के साथ दुराचार होंगे तो अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई जाएगी।

उन्होंने डीजीपी विवेक जौहरी को निर्देश दिए कि लापता युवतियों और बच्चियों के तलाश करने का अभियान तेज करें। उन्होंने कहा, घर से बाहर अन्य जिलों में रहकर काम करने वाली युवतियों का रिकाॅर्ड रखने के लिए सिस्टम बनाएं, जिसमें वे शिकायत कर सकें। ऐसी व्यवस्था की जाए, जिसके तहत कार्य के लिए जिले से बाहर जाने पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो। उन्होंने कहा, गायब बच्चों में बेटों की तुलना में बेटियों की संख्या दुगुनी होने से स्पष्ट संकेत है कि उनका लापता होना सामान्य नहीं है।

  •     महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों के मामलों में दो माह में जांच पूर्ण करने का प्रावधान है।
  •     जिन अपराधों की विवेचना के लिए स्‍पष्‍ट समय-सीमा निर्धारित नहीं है, उनकी जांच भी 3 महीने में पूरी करनी होगी।
  •     न्यायालय के निर्णय, निर्देश, पुलिस मुख्‍यालय के आदेश और निर्देश के पालन में जांच तीन महीने में पूरी करनी होगी।
  •     महिला अपराधों की जांच 3 माह से आगे जारी रखने के लिए विवेचक थाना प्रभारी को पहले मामले में एसपी से अलग-अलग आदेश प्राप्‍त करना होगा।

    डीजीपी को दिए निर्देश

    मध्यप्रदेश में महिला सुरक्षा के स्तर को एक नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मध्यप्रदेश में लापता युवतियों व बच्चियों को तलाश करने का अभियान तेज किया जाएगा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी को सोमवार को यह निर्देश दिए। इस मौके पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र एवं भोपाल कलेक्टर भी मौजूद थे। चौहान ने कहा कि घर से बाहर अन्य जिलों में रहकर काम करने वाली महिलाओं का रिकार्ड रखने का भी सिस्टम बनाया जाए। चौहान ने ऐसा सिस्टम भी बनाने के निर्देश दिए, जिसके तहत यह महिलाएं शिकायत कर सकें। चौहान ने बेटियों के गायब होने के मामलों पर गंभीरता से कार्रवाई करने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय में इसके लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।

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