संक्रांति को लेकर नगर के बाजार में बढ़ी रौनक

चन्देरी
मकर संक्रांति को लेकर नगर के बाजार में तैयारियां शुरू हो चुकीं हैं। शहर के डोलिया दरवाजा, सदर बाजार , दिल्ली दरवाजा नगर की आदि प्रमुख जगहों पर दुकानें सजने के साथ ही चहल-पहल बढ़ने लगी है। महंगाई के बावजूद लोग अपनी हैसियत के मुताबिक सामानों की खरीदारी में लग गए हैं। मकर संक्रांति को देखते हुए सोमवार को बाजार में चहल-पहल देखने को मिली। लोग तिलकुट से लेकर लाई, गुड़, तिल, चूड़ा तथा उड़द दाल की खरीदारी करते दिखे। हालांकि इस त्योहार पर महंगाई की मार भी दिख रही है। मकर सक्रांति में उपयोग होने वाले सभी सामान की कीमत पिछले साल की अपेक्षा बढ़ गई है। लोग धर्म व रीति रिवाजों के अनुसार चूड़ा व दही के साथ तिल की खरीदारी करने के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं, जिससे बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है।

मकर संक्रांति पर्व को लेकर सोमवार को पूरे दिन बाजारों में रौनक रही। इधर, संक्रांति पर्व को लेकर घरों में भी तैयारियां शुरू हो गई है। घर की महिलाएं पकवान बनाने के लिए तैयारी में जुटी हैं। पर्व के दौरान शहर में पतंगबाजी भी होती है, जिसे लेकर यंगस्टर्स तैयार हैं। मकर संक्रांति पर मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। मंदिरों में पूजा-अर्चना के बाद खूब दान किया जाएगा। इस दिन तिल का विशेष महत्व रहता है, जिसके कारण तिल सहित कई तरह के लड्डू बनाए जा रहे हैं।

मकरसंक्रांति पर दानपुण्य का बड़ा महत्व बताया गया है। महिलाएं इस दिन अल सवेरे स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना करती है। इसके बाद तिल गुड़ से बने लड्डू तथा अन्न का दान किया जाता है। मकर संक्रांति पर कई लोग गरीबों कच्ची बस्तियों में भी दान पुण्य करने जाते हैं। इस दिन महिलाएं तेरूण्डा भी बांटती है यानि तेरह वस्तुओं का दान करती है।

मकर संक्रांति के दौरान प्रयोग में आने वाले सामान की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। बाजार में लाई व भूली 40 से 50 रुपये, काला तिल 150 से 180 रुपये, सफेद तिल 220 से 240 रुपये, गुड़ 30 से 40 रुपये, चावल 15 से 100 रुपये तथा चीनी 40 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है।

Back to top button