आज मिलेंगे कॉर्प्स कमांडर, भारत-चीन 9वें दौर की वार्ता के लिए तैयार

नई दिल्ली
भारत और चीन के बीच पिछले 8 महीने से भारी तनाव है और दोनों देशों के सैनिक पूर्वी लद्दाख में आमने-सामने डटे हुए हैं। पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच चल रहे तनाव को लेकर दोनों देशों के बीच आज कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता होने जा रही है। ये वार्ता चुशुल सेक्टर के पास मोल्डो में भारतीय सीमा में होगी। इसके पहले दोनों देशों के बीच तनाव कम करने को लेकर 8 दौर की कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। इसके साथ ही कूटनीतिक वार्ता भी दोनों देश कर रहे हैं। 

भारत ने मजबूत रुख दिखाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि इस पर्वतीय क्षेत्र में तनाव को कम करने और डिएस्केलेशन की जिम्मेदारी चीन पर है। दोनों देशों के बीच बातचीत के सफल न होने की मुख्य वजह ये भी है कि चीन चाहता है कि भारत पैंगाग त्सो के उस इलाके, जहां भारत को मजबूत बढ़त है, वहां से हट जाए लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि चीन को भी अपने रणनीतिक बढ़त वाले क्षेत्रों से पीछे हटना होगा।दोनों देशों के बीच 8वें दौर की बातचीत पिछले साल 8 नवम्बर को हुई थी। 

तब से कोई बातचीत नहीं हो पाई थी और न ही अगली बातचीत के बारे में कोई जानकारी ही दी थी। हालांकि दोनों पक्ष बातचीत से मसले को हल करने की बात करते रहे हैं पिछले सप्ताह ही सेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने कहा था कि भारत बातचीत से मसले का हल करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन भारतीय सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। भारतीय सेनाध्यक्ष के बयान को चीन के लिए स्पष्ट संदेश माना गया था।

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