सीमाओं के बंधन से मुक्त होगा चित्रकूट का रामघाट

भोपाल
दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र चित्रकूट का रामघाट अब एमपी-यूपी दोनों राज्यों की सीमाओं से जल्द मुक्ति पाने जा रहा है। इसके लिए दोनों राज्यों ने मिलकर प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव के अनुसार रामघाट और उससे के आसपास के 10 किमी के क्षेत्र को फ्री जोन बनाया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु अतिरिक्त टैक्स चुकाए बिना ही बेरोकटोक आ-जा सकेंगे। जिससे यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।  

इस प्रस्ताव पर चित्रकूट डीएम शेषमणि पांडेय ने सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया से बात की। दो दिन पहले ही दोनों जिलों के अधिकारियों ने बैठकर फ्री जोन का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है।

संतों की मांग पर उप्र सीएम योगी आदित्यनाथ ने 23 अक्टूबर 2017 को चित्रकूट को फ्री जोन करने की घोषणा की थी। वहीं, मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2018 में तपोभूमि को फ्री जोन घोषित कर नगर पंचायत के सभी बैरियर खत्म करा दिए थे पर उसका असर नहीं दिख रहा था।

तपोभूमि सबसे नजदीक यूपी के चित्रकूट जिला मुख्यालय से हैं। चित्रकूटधाम कर्वी स्टेशन से आकर अधिकांश श्रद्धालु धार्मिक स्थलों में जाते हैं लेकिन अपने वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं को सीमा पर रोककर उनसे पार्किंग व अन्य टैक्स वसूले जाते हैं।

प्रस्ताव में एमपी के कामतानाथ प्रमुख द्वार, भरतघाट, हनुमानधारा, सीता रसोई, जानकीकुंड, स्फटिक शिला, सती अनुसुइया आश्रम, गुप्त गोदावरी आदि धार्मिक व पर्यटन स्थल को शामिल किया गया है। वहीं यूपी के रामघाट, कामतानाथ तृतीय मुखारबिंदु, लक्ष्मण पहाड़ी, रामशैय्या, मडफा किला, भरतकूप, लैना बाबा, सूर्यकुंड आश्रम, पंपासुर, कोटितीर्थ, देवांगना आश्रम, गणेश बाग को शामिल किया गया है।

 

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