खुफिया एजेंसियों ने किया अलर्ट, भारतीय सेना की जासूसी कर रहा चीन

नई दिल्ली
भारत और चीन में सीमा पर गतिरोध के बीच ड्रैगन की तरफ से लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में जासूसी की जा रही है।  एलएसी से सटे इन राज्यों में चीनी गतिविधियों की जानकारी मिली है। खुफिया एजेंसियों की तरफ से इस संबंध में भारतीय सेना को अलर्ट किया है। साथ ही चीनी सेना पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) की इस नापाक चाल की जानकारी सरकार में टॉप लेवल तक दे दी गई है। चीन की तरफ से सीमावर्ती क्षेत्र में भारत की तरफ से किए जा रहे निर्माण के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी (LAC) पर पिछले 8 महीने से गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों की तरफ से 8 दौर की बातचीत के बाद भी तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है।

कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट से मिली जानकारी
भारतीय खुफिया एजेंसियों को कराकोरम के निकट दौलत बेग ओल्डी के साथ ही सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश मे एलएसी के निकट गतिविधियों की जानकारी मिली है। हालांकि, सरकार की तरफ से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चीन की इन गतिविधियों की जानकारी कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट्स के आधार पर मिली हैं।

सीमा पर पकड़े जाते रहे हैं चीनी सैनिक
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो के दक्षिण में 8 जनवरी को सुबह-सुबह एक अज्ञात चीनी सैनिक की गिरफ्तारी हुई थी। खुफिया एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि यह पीएलए सैनिक के द्वारा की गई कोई पहली कोशिश नहीं थी। इसी तरह, पीएलए कॉर्पोरल वांग हां लॉन्ग को भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में 19 अक्टूबर को पकड़ा था और 21 अक्टूबर को चीन को वापस सौंप दिया था। पकड़े गए कॉर्पोरल ने दावा किया कि वह स्थानीय चरवाहों के खोए हुए याक का पता लगाने में मदद करने की कोशिश कर रहा था।

सैनिकों की संख्या में कमी नहीं करेगा भारत
पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत सैनिकों की संख्या में तब तक कमी नहीं करेगा, जब तक चीन यह प्रक्रिया शुरू नहीं करता। हालांकि, उन्होंने बातचीत के जरिए समस्या का हल निकलने का भरोसा भी जताया। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि भारत सीमा क्षेत्रों में बेहद तेजी से आधारभूत ढांचे को विकसित कर रहा है और चीन ने कुछ परियोजनाओं को लेकर आपत्ति भी जताई है।

 

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