नया प्रयोग : इस बार वोटिंग मशीन में उम्मीदवारों के फोटो भी दिखेंगे

 
भोपाल

 विधानसभा चुनावों के एलान के साथ ही प्रदेश में चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता सख्ती से लागू करने के निर्देश दे दिए हैं। मप्र में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि इस चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर लगाए जाने वाले बैलेट पेपर में उम्मीदवारों के नाम, चुनाव चिन्ह के साथ-साथ उनकी फोटो भी होगी। मप्र में यह पहली बार होगा जब उम्मीदवार की फोटो भी ईवीएम पर लगाई जाएगी।

वहीं, आचार संहिता के दौरान कई त्योहार भी पड़ने वाले हैं। ऐसे में कोई भी राजनीतिक व्यक्ति धार्मिक स्थल या कार्यक्रमों में मंच पर अतिथि बनकर नहीं जा सकते। हालांकि राजनेता वहां सामान्य व्यक्ति के तौर पर जा सकते हैं, लेकिन यदि वे चुनाव प्रचार करते हैं तो उन पर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

धार्मिक कार्यक्रमों पर भी नजर

कांताराव ने कहा कि आचार संहिता लागू होते ही विभिन्न राजनेताओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों पर भी नजर रखी जा रही है। इन धार्मिक आयोजन और प्रत्याशियों की घोषणा होने तक राजनीतिक आयोजनों के खर्च को अलग-अलग नियमों के तहत पार्टी और उम्मीदवारों के खाते में जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि त्योहारों में धार्मिक स्थल का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता। कांताराव ने कहा कि चुनाव खर्च पर निगरानी के लिए शनिवार से ही वीडियोग्राफी शुरू हो गई है।

हर घर में बीएलओ बांटेंगे मतदाता पर्ची, वोटर गाइड भी देंगे

चुनाव आयोग इस बार खुद हर घर में मतदाता पर्ची पहुंचाएगा। बीएलओ के साथ राजनीतिक दलों के एजेंट भी पर्ची देने जा सकेंगे। मतदान से 5 दिन पहले यह पर्चियां बांटनी हैं। इसके साथ ही हर घर में एक वोटर गाइड दी जाएगी, जिसमें मतदान के तरीकों के बारे में बताया जाएगा।

सी-विजिल एप का काम शुरू

चुनाव आयोग द्वारा तैयार किया गया सी-विजिल एप का काम अब शुरू हो गया है। कोई भी व्यक्ति यदि आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत करना चाहता है तो इस एप के जरिए फोटो भेज सकता है।

हर बूथ पर मतदाता सहायक सेंटर बनेगा

चुनाव आयोग हर बूथ पर एक मतदाता सहायक सेंटर बनाएगा। पोलिंग बूथ का बीएलओ इस सेंटर पर बैठेगा और मतदाताओं की मदद करेगा। इसके साथ ही बूथ के बाहर चार पोस्टर लगाए जाएंगे, जिसमें वोटर वैरीफायएबल पेपर ऑडिट ट्रैल (वीवीपैट) और मतदान की अन्य जानकारी दी जाएगी।

हर विधानसभा में एक पिंक बूथ

आयोग इस विधानसभा चुनाव में हर विधानसभा सीट पर कम से कम एक पिंक बूथ तैयार करेगा। इस बूथ की पूरी कमान महिलाओं के हाथ में होगी। माना जा रहा है कि करीब मप्र में ऐसे 500 बूथ तैयार किए जाएंगे। इसके साथ ही राजनीतिक दलों से कहा गया है कि चुनाव प्रचार में कम से कम प्लास्टिक का उपयोग करें।

अधिकारियों पर भी निगरानी 

निर्वाचन आयोग विभिन्न अधिकारियों की गतिविधियों और उनसे मिलने-जुलने वाले लोगों की भी निगरानी रखेगा। इसके अलावा मतदान केंद्र के बाहर बूथ का खर्च प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाएगा।

शपथ पत्र में कोई कॉलम खाली नहीं छोड़ सकते

प्रत्याशी नामांकन के लिए दिए जाने वाले शपथ पत्र में कोई भी कॉलम खाली नहीं छोड़ सकते। यदि कोई कॉलम खाली छोड़ा जाता है तो आयोग कार्रवाई करेगा। वहीं चुनाव प्रचार के लिए वाहनों की अनुमति नहीं ली तो वाहन राजसात कर लिए जाएंगे।

नंबर गेम

– 21 प्रतिशत मतदान केंद्र बढ़े 2013 के मुकाबले।

– 15 हजार से ज्यादा संवेदनशील मतदान केंद्र।

– 4 तरह के ऑब्जर्वर की नियुक्ति होगी।

– 1 लाख पुलिस और पैरामिलिट्री के जवान सुरक्षा के लिए तैनात होंगे।

– 80 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य तय किया चुनाव आयोग ने।

– 96 लाख आवेदन लेकर पिछले एक साल में मतदाता सूची में परिवर्तन किया।

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