बेटी कुहू ने दी मुखाग्नि, पंचतत्व में विलीन हुए भैय्यूजी महाराज
इंदौर
आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज का इंदौर में अंतिम संस्कार किया गया. उनकी बेटी कुहू ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. उनका अंतिम संस्कार विजय नगर स्थित सयाजी मुक्तिधाम में किया गया. इससे पहले उनका पार्थिव शरीर इंदौर में उनके आश्रम पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. भय्यूजी महाराज की आकस्मिक मौत और उनके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट ने अपने पीछे बहुत सारे सवाल छोड़ दिए हैं.
उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा. कतारों में खड़े सैकड़ों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. भैय्यूजी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए पूरे देश से कई राजनेता इंदौर पहुंचे. महराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने सूर्योदय आश्रम पहुंचकर भय्य्यूजी महाराज को श्रंद्धाजलि दी. इसके अलावा औरंगाबाद से सांसद चंद्रकांत खरे सूर्योदय आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने भय्यूजी महाराज को श्रद्धांजलि दी. सूर्योदय आश्रम पहुंचे केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि बाबा साहब आम्बेडकर के प्रति भय्यू महाराज की अगाध श्रद्धा थी उनके असामयिक निधन से देश को क्षति हुई.
भय्यूजी महाराज के अंतिम संस्कार के दौरान मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश से लोग पहुंचे. इसे देखते हुए इंदौर पुलिस ने भय्यूजी महाराज के आश्रम के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी थी. भय्यूजी महाराज ने मंगलवार को अपने खंडवा रोड स्थित आवास पर खुद को अपने पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भय्यूजी महाराज ने सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण तनाव बताया है.
भय्यूजी महाराज ने पॉकेट डायरी के सुसाइड नोट में एक और पन्ना लिखा है. दूसरे पन्ने में उन्होंने अपने आश्रम, प्रॉपर्टी और वित्तीय शक्तियों की सारी जिम्मेदारी अपने वफादार सेवादार विनायक को दी है. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद करने के साथ उनकी पिस्टल जब्त कर ली है. भय्यू महाराज के परिजनों ने इस पिस्टल को लाइसेंसी बताया है, हालांकि अभी पुलिस यह जांच कर रही है कि यह पिस्टल लाइसेंसी है भी अथवा नहीं और यदि यह लाइसेंसी है तो इसका किसके नाम पर है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.