घर की इस दिशा में वास्तु दोष होने पर गृहस्वामी को करने चाहिए ये उपाय
वास्तु शास्त्र का चलन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, वास्तु शास्त्र का संबंध घर के कोन-कोने से होता है और अगर एक भी दिशा में दोष हो तो इससे घर में रहने वाले व्यक्तियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि वास्तुदोष घर की किसी भी दिशा में हो सकता है, दिशाओं के अनुसार ही वास्तुदोष का प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता है।
यदि घर में किसी भी दिशा में वास्तुदोष हो, जिसकी वजह से गृहस्वामी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो उन दोषों को समाप्त करने ले लिए तुरंत ही उपाय करने चाहिए, जिससे घर में सुख-समृद्धि आए। अलग-अलग दिशाओं में वास्तु दोष होने से अलग-अलग परिणाम होते हैं। हम आपको पश्चिम दिशा के वास्तु दोष से होने वाली परेशानियों और उसे दूर करने के उपाय बता रहे हैं। जिन्हें अपनाकर आप पश्चिम दिशा के वास्तुदोष से छुटकारा पा सकते हैं।
पश्चिम दिशा में वास्तु दोष होने पर गृहस्वामी को गुप्त रोग होने की सम्भावना होती है। विभिन्न प्रकार की व्याधि के कारण परिवार में लोग पीड़ित रहते हैं। सरकारी मामलों में हानि होती है और घर के छोटे-बड़े सदस्यों में सामंजस्य का अभाव रहता है।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा के वास्तु दोष से बचने के लिए घर में वरुण यंत्र स्थापित करना चाहिए।
- पश्चिम दिशा का वास्तुदोष दूर करने के लिए गृहस्वामी को शनिवार का उपवास करना चाहिए, इससे दोष का असर व्यक्ति और परिवार पर नहीं होता है।
- पश्चिम दिशा के वास्तुदोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार को खेजड़ी में जल चढ़ाएं और शनि मंदिर में शनिदेव पर सरसों का तेल अर्पित करें । इसके साथ ही इस दिन तेल का दान करना भी शुभ माना जाता है।