यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा: सॉल्वर गिरोहों का भंडाफोड़, 33 दबोचे

लखनऊ
यूपी एसटीएफ ने सोमवार को सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा में इलाहाबाद, गोरखपुर और बुलंदशहर में सॉल्वर गिरोहों का भंडाफोड़ करते हुए 33 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। 11 गोरखपुर से, 8 फैजाबाद से, 7 इलाहाबाद से, 6 अयोध्या से और एक बुलंदशहर से दबोचा गया। गिरोह के सदस्यों ने जाली फिंगर प्रिंट की मदद से बायोमिट्रिक अटेंडेंस सिस्टम को भी धोखा देने की तरकीब निकाल ली थी।

गैंग के सदस्य परीक्षा में अभ्यर्थियों की जगह सॉल्वरों को बैठाने की फिराक में थे। यह गिरोह बैंक, रेलवे, नीट और अन्य कई प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को भी पास करवाने का ठेका लेता था। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि पूर्वांचल में सॉल्वर के गिरोह सक्रिय हैं। पड़ताल के बाद एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया।

उन्‍होंने बताया कि इनमें बिहार निवासी धीरेंद्र कुमार उर्फ धीरू, विवेक कुमार, विपिन कुमार, शंकर कुमार, गोरखपुर निवासी विकास यादव, सत्यवंत यादव, अनिल गिरि, आनन्द यादव, संजीव सिंह उर्फ चंचल, सुनील कुमार और अमरनाथ यादव हैं। विवेक कुमार, विपिन और शंकर सॉल्वर हैं, जबकि विकास यादव और सत्यवंत यादव अभ्यर्थी हैं।

एसटीएफ ने इनके पास से 5.80 लाख रुपये, 14 प्रवेशपत्र, 16 मोबाइल फोन, अर्टिगा कार, फर्जी पहचानपत्रों सहित कई अभ्यर्थियों के आधार कार्ड और आईडी कार्ड बरामद किए हैं। एसटीएफ ने गोरखपुर के कैंट थाने में एफआईआर दर्ज करवा सभी को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।

इलाहाबाद में गिरफ्तार हुए सॉल्वर गैंग के सदस्
इलाहाबाद से एसटीएफ ने सॉल्वर गिरोह के कौशल सिंह पटेल, भदोही निवासी नितिन शुक्ल, बलिया निवासी सतेन्द्र सिंह, मेजा निवासी इमरान अली, उतरांव निवासी इरफान और आरा निवासी पवन कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। सतेन्द्र सिंह पेशे से वकील है। पवन कुमार सिंह सोमवार को राम कुमार यादव के स्थान पर सिपाही भर्ती परीक्षा दे रहा था, जिसे एसटीएफ ने नैनी स्थित गजराज सिंह स्कूल ऐंड कॉलेज से गिरफ्तार किया।

ऐसे बनाए फेक फिंगर प्रिंट
पकड़े गए लोगों के पास से डेढ़ लाख रुपये कैश, दस मोबाइल सेट, 11 एडमिट कार्ड, 9 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, दो ड्राइविंग लाइसेंस, 34 चेक और 20 जाली फिंगर प्रिंट बरामद हुए हैं। इनके खिलाफ नैनी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। पूछताछ में सामने आया है कि इन लोगों ने परीक्षा केंद्रों के बायोमिट्रिक सिस्टम को तोड़ने के लिए अभ्यर्थी को बुला कर एमसील पर उसके अंगूठे के निशान लिए। इसी के आधार पर कोलकाता की एक लैब से थम्ब इम्प्रेशन बनवाया। साथ ही सॉल्वर और अभ्यर्थियों की फोटो कम्प्यूटर के जरिए मिक्सअप कर फर्जी पहचानपत्र और प्रवेशपत्र तैयार किए थे।

पहले दिन 11 लाख ने दी परीक्षा
उप्र पुलिस और पीएसी में सिपाहियों की सीधी भर्ती के लिए दो शिफ्टों की लिखित परीक्षा सोमवार को शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो गई। सिपाहियों के 41,520 पदों के लिए लिखित परीक्षा में दो दिन में कुल 22,78,184 अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे। यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने इसके लिए दो दिनों में दो-दो शिफ्टों में लिखित परीक्षा की व्यवस्था की है। पहले दिन (सोमवार को) दो शिफ्टों में 11,38,092 अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में हिस्सा लेना था। बाकी, 11,38,092 अभ्यर्थी मंगलवार को दो शिफ्टों में परीक्षा देंगे।

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