अखिलेश यादव ने कहा- PM मोदी सिर्फ अपने मन की बात करते हैं, लेकिन दूसरों की बात नहीं सुनते
लखनऊ
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले 4 साल से लगातार अपने मन की बातें कर रहे हैं,लेकिन उन्हें किसानों, नौजवानों, गरीबों, अल्पसंख्यकों के मन की बात सुनने का समय नहीं है। यादव ने एक बयान में आरोप लगाया कि कृषि कभी भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्राथमिकता में नहीं रही हैं। इसलिए उनकी व्यथा और परेशानियों से भी उसका कोई मतलब नहीं है।
भाजपा किसानों के हालात बदलने का सपना दिखा कर अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ लेती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कई वर्षों से किसानों से कह रहे हैं कि उनकी आमदनी भाजपा सरकार 2022 तक दुगनी कर देगी पर 4 साल बीत गए किसान की आय शून्य हो गई है। लोकसभा चुनाव 2019 में होने जा रहे हैं। ऐसे में किसानों की भावना के साथ खेल खेला जा रहा है। किसान भी इस सच्चाई से अवगत है।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के केन्द्र में 5 बजट आ चुके हैं और उत्तर प्रदेश में भी 2 बजट पेश हो चुके हैं,लेकिन किसानों और गांवों की दशा में कोई परिवर्तन नहीं हुआ बल्कि हालात और बिगड़ते जा रहे है। किसान की खेती लगातार घाटे में जा रही है। गन्ना किसान का उत्तर प्रदेश में 10 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा बकाया है। किसान को कर्ज माफी के नाम पर सिर्फ धोखा मिला है। प्राकृतिक आपदा में राहत की कोई व्यवस्था नहीं हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसान ऐसी परिस्थितियों में हताशा-निराशा में आत्महत्या करने को मजबूर है। उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड में ही पिछले दिनों महोबा जिले में 30, बांदा में 15 तथा हमीरपुर में 8 किसान आत्महत्या कर चुके है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन गन्ना किसानों की फसल खेत में खड़ी रह गई और चीनी मिलें बंद हो जाने से उनको गन्ना जलाने की नौबत आ गई है। गेहूं खरीद में धांधली के चलते किसान को औने-पौने दामों पर गेहूं बिचैलियों को बेचना पड़ा। इससे प्रदेश के किसान भी भाजपा राज में बहुत आक्रोशित हैं।