छत्तीसगढ़ की सियासत में बेचैनी

रायपुर
छतीसगढ़ कांग्रेस के करीब 16 विधायकों का दिल्ली में होना सियासत को बेचैन करने के लिए काफी है। हालांकि दिल्ली में होने को अधिकांश निजी कारण बता रहे हैं लेकिन कुछ तो पहले से हैं और कुछ रायपुर में है फिर भी उन्हे दिल्ली में होना बताया जा रहा है। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि दर्जन भर विधायक तो हैं। आखिर क्यों? हालांकि सभी विधायक मुख्यमंत्री  के करीबी माने जाते हैं।

बताया जा रहा है कि इनमें बृहस्पत सिंह, गुरुदयाल बंजारे, मोहित केरकेट्टा, डॉ. विनय जायसवाल, द्वारिकाधीश यादव, यूडी मिंज, पुरुषोत्तम कंवर, रामकुमार यादव, चंद्रदेव राय और प्रकाश नायक तो साथ गए हैं। नाम गुलाब कमरो, विनोद चंद्राकर और पारसनाथ राजवाड़े का भी लिया जा रहा था। राजस्थान और पंजाब के दौरे पर गए आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी गुरुवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। इन विधायकों में से खुलकर बोलने वाले बृहस्पत सिंह ने कहा है कि वे लोग राहुल गांधी को मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भी आने का न्योता देने आए हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी बस्तर और सरगुजा के दौरे पर आने वाले हैं। वे मध्य छत्तीसगढ़ में भी आकर विकास कार्य देखें।

बताया जा रहा है, इन नेताओं ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात का समय मांगा था। फिलहाल वेणुगोपाल ने मिलने का समय नहीं दिया है। कांग्रेस विधायक अब प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के पास जाएंगे। उनको उम्मीद है कि पुनिया के जरिए वरिष्ठ नेताओं और राहुल गांधी तक उनकी बात पहुंच जाएगी। वहं कांग्रेस का एक बड़ा तबका इस दौरे को ज्यादा महत्व न देते हुए इतना कह रहे हैं कि विधायक हैं किसी न किसी काम के सिलसिले में दिल्ली जा सकते हैं। राजनीतिक आकलन हैं कुछ भी लगाया जा सकता है।

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