अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला गरमाया

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अंबिकापुर। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नवजात की मौत का मामला गंभीर होता दिख रहा है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली का दौरा अधूरा छोड़कर अंबिकापुर वापस लौट गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बिलासपुर और रायपुर से स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीमों को अंबिकापुर पहुंचने का निर्देश दिया है। इधर मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्री शिव डहरिया भी अंबिकापुर रवाना हो गए हैं। हालांकि पुष्टि नहीं है लेकिन चार बच्चों के मौत की खबर सामने आ रही है।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव अपने सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिल्ली से लौट गए हैं। वे वहां मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों, स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम और स्थानीय अधिकारियों से इस संबंध में बात करेंगे। इस दौरान मौत के कारणों की भी जांच होगी। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को एक नवजात की मौत हो गई थी। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। इस बच्चे को स्पेशल न्यू बॉर्न केयर यूनिट में भर्ती कराया था। अस्पताल प्रबंधन ने किसी तरह की लापरवाही से इनकार किया है।

मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्री को भेजा-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस मामले में सक्रिय हो गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभारी मंत्री शिवकुमार डहरिया अम्बिकापुर रवाना हो गए हैं। प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर, मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक की आपात बैठक बुलाई है।
ुप्रभारी शिशु विभाग मेडिकल कालेज अस्पताल के डॉक्टर जेके रेलवानी के मुताबिक सभी बच्चे बर्थ एसफिकसिया बीमारी से पीड़ित थे। डॉ. रेलवानी के मुताबिक बर्थ एसफिक्सिया बीमारी में बच्चे प्रीमेच्योर होते हैं और जन्म के समय रोते नहीं। इस बीमारी में उनके ब्रेन में आक्सीजन की सप्लाई नहीं होती है। इसके बाद वह और कमजोर होते जाते हैं। दूसरे क्षेत्रों से यहां बच्चों को रेफर कर भेजा गया था। यहां आने के बाद बच्चों को बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है पर ऐसी स्थिति में बचा पाना मुश्किल होता है।

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