EOW ने ई-टेंडरिंग मामले में फिर से भेजा हार्ड डिस्क का डाटा

भोपाल
 ई-टेंडरिंग मामले की जांच की गति बेहद धीमी है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) तकनीकी जांच के लिए दिल्ली की टीम पर निर्भर है। साक्ष्यों की रिपोर्ट पाने के लिए लंबे समय से कागजी सूचनाओं की खानापूर्ति की जा रही थी। हार्ड डिस्क से डाटा रिकवर करने और उस आधार पर घोटाले के साक्ष्य जुटाने के लिए रिपोर्ट आना बाकी है।

सैकड़ों करोड़ स्र्पये का यह घोटाला सामने आने के बाद करीब डेढ़ साल पहले ईओडब्ल्यू ने कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सर्ट-इन) दिल्ली को ई टेंडर में शामिल कंपनियों के यहां से जब्त हार्ड डिस्क भेजी थी। इसमें नौ टेंडर की गड़बड़ी के मामले थे। करीब छह माह पहले सर्ट-इन ने रिपोर्ट भेजी थी कि तकनीकी खामियां होने के कारण हार्ड डिस्क से डाटा रिकवर नहीं हो रहा है। ईओडब्ल्यू ने फिर से हार्ड डिस्क का डाटा दिल्ली भेजा है।

इसके बाद स्मरण पत्र भी भेजे गए, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। इसके चलते नौ टेंडर के मामले में जांच आगे नहीं बढ़ रही है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली से मिलने वाली तकनीकी रिपोर्ट प्रमुख साक्ष्य होगा। इसके बिना आगे बढ़ने से कई मामलों को साबित करने में दिक्कत आएगी।

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