3 नए न्यायाधीश मिले राजस्थान हाईकोर्ट को, रेखा बोरणा बनीं वकील कोटे से पहली महिला जज

जोधपुर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से जारी आदेश के बाद राजस्थान हाईकोर्ट को तीन नए न्यायाधीश मिले हैं। इसके साथ ही राजस्थान हाईकोर्ट में कुल 50 पदों में से नियुक्त न्यायाधीशों की संख्या 30 हो गई है। राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य पीठ जोधपुर के कोर्ट संख्या एक में आज नवनियुक्त न्यायाधीश उमाशंकर व्यास, न्यायाधीश कुमारी रेखा बोराणा और न्यायाधीश समीर जैन को मुख्य न्यायाधीश अकील कुरैशी ने हाईकोर्ट मुख्यपीठ जोधपुर के कोर्ट संख्या एक में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शपथ दिलाई।

हाईकोर्ट के इतिहास में पहली बार वकील कोटे से महिला की नियुक्ति
राजस्थान हाईकोर्ट के इतिहास आज एक स्वर्णिम दिन था जब हाईकोर्ट के 75 साल के इतिहास में पहली बार वकील कोटे से नियुक्त रेखा बोराणा ने हाईकोर्ट जज के रूप में शपथ ली। यह पहला मौका है जब राजस्थान हाईकोर्ट में अधिवक्ता कोटे से किसी महिला को जज के रूप में नियुक्ति दी गई है।

अब भी 20 पद है रिक्त
राजस्थान हाईकोर्ट में स्वीकृत 50 पदों में से इन तीन नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के बाद संख्या 30 हो गई है। कुल 50 पदों में से 20 पद अभी भी रिक्त है।

अदालतों में बड़ी संख्या में केस है पेंडिंग
वर्तमान में राजस्थान हाईकोर्ट में कुल 5.52 लाख केस पैंडिंग हैं। हाईकोर्ट की दोनों पीठ में यदि पेंडिंग केस पर नज़र डालें तो 30 सितंबर तक 2.19 लाख जोधपुर और 3.32 लाख केस जयपुर पीठ में पैंडिंग।

अधिवक्ता से लेकर न्यायाधीश तक का यह सफर रहा रेखा बोराणा का
साल 1972 में जोधपुर के अधिवक्ता के घर मे रेखा बोराणा का जन्म हुआ। साल 1995-96 में बोराणा का चयन आरएएस में हुआ किंतु बोराणा ने एलएलबी और एलएलएम की शिक्षा प्राप्त कर साल 1997 में वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश दिनेश माहेश्वरी के सानिध्य में वकालात आरम्भ की। साल 2019 में वे अतिरिक्त महाधिवक्ता के पद पर नियुक्त हुई।

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