दीपावली : पूजन के लिए दो घंटे का रहेगा मुहूर्त

 

दीपावली के अवसर पर सुबह पूजन के लिए दो घंटे का मुहूर्त रहेगा। शाम को 6:10 बजे से स्थिर वृषभ लग्न में रात 8:04 तक पूजा की जा सकेगी। व्यापारिक प्रतिष्ठान, शोरूम और दुकानों के लिए दोपहर में तथा शाम के समय भी मुहूर्त रहेंगे। इस बार दिवाली के दिन ग्रह स्थिति बहुत शुभ है।

ज्योतिषविद का कहना है कि दिवाली के दिन चन्द्रमा का संचार धन समृद्धि के ग्रह शुक्र की राशि तुला में रहेगा, जो सभी को धन समृद्धि की प्राप्ति कराएगा। साथ ही तुला राशि का चन्द्रमा इस बार दिवाली पर साज सज्जा आभूषण आदि के व्यापार और खरीदारी को बढ़ाएगा। दिवाली के दिन चन्द्रमा और बृहस्पति परस्पर केंद्र में होने से दिवाली पर परम शुभ गज-केसरी योग भी बनेगा जो लोगों के जीवन में धन समृद्धि बढ़ाएगा। इसके अलावा इस समय सूर्य नीच राशि में चल रहे हैं, लेकिन दिवाली पर तुला राशि में मंगल और चन्द्रमा दो मित्र ग्रहों का सहयोग मिलने से नीचस्थ सूर्य का प्रभाव भी कम हो जाएगा।

ज्योतिषविद् कहते हैं कि दिवाली के दिन दोपहर 1:45 से 3 बजे के बीच भी स्थिर लग्न (कुम्भ) रहेगा, इसलिए जिनको कार्यालय, दुकान, व्यवसाय स्थल, फैक्ट्री में दिवाली पूजन करना है, उनके लिए ये समय श्रेष्ठ होगा। व्यवसाय स्थलों और कार्यालयों पर दोपहर 1:45 से 3 बजे के बीच स्थिर लग्न का श्रेष्ठ मुहूर्त होगा। इसी समय में अपने व्यवसाय स्थलों में दिवाली पूजन करें। दिवाली पर शाम को 6:10 से शुरू होकर रात 8.04 बजे तक स्थिर लग्न (वृष) रहेगी और यही समय घर के दिवाली पूजन के लिए शुभ और श्रेष्ठ होगा।
 

ऐसे करें दिवाली पूजन
घर के पूजा स्थल को अच्छे से स्वच्छ करें। एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं और वस्त्र पर अक्षत अर्थात साबुत चावलों की एक परत बिछा दें। इस पर श्री लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा को विराजमान करें। यदि घर में श्रीलक्ष्मी गणेश का चांदी का सिक्का और श्रीयंत्र भी हो तो उन्हें भी इसी आसान पर स्थापित करें। पूजन के लिए फूल, मिठाई, खील, बताशे आदि रखें। लक्ष्मी गणेश के पूजन के लिए घी का एक दीपक बनाएं अन्य दीयों में सरसों के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। सर्वप्रथम घी का दीया प्रज्वलित करें।

इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।

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