सड़क पर उतरेगी पूरी सरकार, सेकेंड डोज लगवाने घर-घर जाएंगे

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मंत्री, विधायक, सांसद, जनप्रतिनिधि और कमिश्नर, कलेक्टर, प्रभारी अधिकारी उन गांवों, मोहल्लों में दस्तक देकर लोगों से मिलें और वैक्सीन के सेकेंड डोज और मास्क लगवाने के लिए कहें जहां वैक्सीनेशन कम हुआ है। लोगों को प्रेरित करने के लिए सड़क पर उतरें। मंत्री, विधायक खुद मास्क लगाएं ताकि उन्हें देखकर बाकी लोग भी इसके लिए प्रेरित हों। दिसम्बर में वैक्सीन के सेकेंड डोज को लगाने का काम हर हाल में पूरा करना है। प्रभारी मंत्री जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के साथ विस्तार से चर्चा कर लें और अगर नए नाम इस कमेटी में जोड़ना है तो उन्हें जोड़कर एक्टिव करें।

सीएम चौहान ने जिला, ब्लाक, ग्राम और वार्ड स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को संबोधित करते हुए कहा, आज से ही चेत जाएं। सावधानी नहीं रखी तो आने वाले दिन संकटपूर्ण होंगे। फिर से लाकडाउन जैसी स्थिति बने और काम धंधे बंद हों, ऐसी स्थिति मैं नहीं चाहता। इसलिए चिंतित हूं कि लोग सावधान हों। उन्होंने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी में नाम बदलने का काम भी किया जा सकता है। इसमें धर्मगुरु, भाजपा के साथ अन्य दलों के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी शामिल किए जाएं। उन्होंने कहा कि वे कोई प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं। सिर्फ स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 फीसदी की है लेकिन सावधानी नहीं रखी तो ऐसे निर्णय लेने पड़ सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही अधिकारी, जनप्रतिनिधि, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य, धर्मगुरु अस्पतालों का निरीक्षण करें और वहां दवाओं की उपलब्धता, कंसेंट्रेटर, उपकरण की स्थिति जांचें और आक्सीजन प्लांट चालू कर पाइप से आक्सीजन सप्लाई की स्थिति देख लें ताकि अगर जरूरत हो तो किसी तरह की दिक्कत न पेश हो।

एसीएस स्वास्थ्य मो. सुलेमान ने प्रजेंटेशन के दौरान कहा कि सीधी, पन्ना, अलीराजपुर, भिंड जिलों में पहला डोज 90 फीसदी से कम है।  बड़े शहरों में अब तक इंदौर में 85 प्रतिशत, खंडवा में 79 प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ है। भोपाल तीसरे नम्बर पर है। यह माना जा रहा है कि जनवरी और फरवरी में ओमिक्रोन ज्यादा फैल सकता है। इसलिए दिसम्बर में दोनों डोज लगने का काम पूरा होना जरूरी है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जो लोग कोरोना पाजिटिव निकलें, उनके घरों मे पुख्ता व्यवस्था हो तो ही होम आइसोलेशन की छूट दें। अगर अलग कमरे की व्यवस्था नहीं है तो अस्पताल ले जाएं। होम आइसोलेशन वाले परिवार के घर के बाहर पोस्टर चिपकाएं और एरिया कंटेन करें ताकि लोग सावधान रहें। प्रदेश में पिछले सात दिनों में 118 कोरोना पाजिटिव केस सामने आए हैं। इसमें सबसे अधिक 53 मामले भोपाल और 48 इंदौर में पाए गए हैं। रायसेन जिले में 11 और जबलपुर में 5 पाजिटिव केस मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि आमतौर पर प्रदेश में केस भोपाल और इंदौर से ही पूरे प्रदेश में फैलते हैं।

Back to top button