प्रदेश में 8 से 22 जनवरी 2022 तक होंगी “स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा”

भोपाल

समुदाय के स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर भागीदारी एवं "सुपोषित भारत" के लक्ष्य को प्राप्त करने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में 8 से 22 जनवरी 2022 तक "स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा" के आयोजन किये जाएंगे। स्पर्धा का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के पोषण स्तर में सुधार लाना, बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों के साथ बड़े पैमाने पर समुदाय का भावनात्मक जुड़ाव पैदा करना है।

संचालक महिला बाल विकास डॉ. रामराव भोंसले ने बताया कि केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार प्रदेश के सभी जिलों के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली स्पर्धा आँगनवाड़ी केन्द्र, पंचायत, स्कूल, विशेष कैम्प, स्वास्थ्य केन्द्र, घर आदि में की जाएगी। इसकी प्रविष्टि पोषण ट्रेकर एप के ऑनलाइन मॉड्यूल पर दर्ज की जाएगी।

डॉ. भोंसले ने बताया कि "स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा" के आयोजन समुदाय को पोषण, स्वास्थ्य और कल्याण के मुद्दों को और अधिक संवेदनशील बनाएंगे। इसका उद्देश्य माता-पिता और बच्चों में स्वस्थ रहने के लिये प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करना भी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 0 से 6 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 57 प्रतिशत बच्चों को एकीकृत बाल विकास सेवा का लाभ प्राप्त हो रहा है। इस तरह के आयोजनों से शेष बच्चों को भी योजना में पंजीकृत होने और इसका लाभ प्राप्त करने के लिये प्रेरणा मिलेगी।

संचालक डॉ. भोंसले ने कहा कि यह स्पर्धा बच्चों में कुपोषण और समय पर उपचारात्मक हस्तक्षेप के लिये नियमित निगरानी के महत्व को स्थापित करेगी। स्पर्धा में 0 से 6 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की ऊँचाई, लंबाई और उम्र का डेटा संकलित करने में मदद मिलेगी। इससे प्रदेश एवं सभी जिलों से स्टंटिंग, वेस्टड और कम वजन के बच्चों का चिन्हांकन हो सकेगा।

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