इंदौर के अवि शर्मा को मिला राष्ट्रीय बाल पुरस्कार

इंदौर
 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं से चर्चा की। इसमें सबसे पहले इंदौर के अवि शर्मा से चर्चा की। इंदौर के अवि शर्मा देशभर के 120 विद्यार्थियों को वैदिक गणित पढ़ाते हैं। अवि ने बाल रामायण भी लिखी है। इसमें संपूर्ण रामायण से कुछ खास बातों को लिया गया है। इसमें हिंदी के 250 छंदों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के सभी विजेताओं को एक -एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया।

अवि से रामायण को लेकर प्रधानमंत्री ने काफी देर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अवि से पूछा कि आपने तो बाल रामायण भी लिखी है और बच्चों को भी पढ़ाते हो, व्यख्यान भी करते हैं, तो क्या अभी भी आपमें बचपन बचा है या यह खत्म हो गया। तो अवि ने कहा कि पौराणिक कथाएं देख-सुनकर मुझे प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी प्रेरणा आपको कहां से मिली। इसका श्रेय भी अवि ने प्रधानमंत्री को दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान 2020 में देशभर में लगे लाकडाउन के दौरान रामायण का री-टेलिकास्ट हुआ था, उसी से मुझे प्रेरणा मिलती है। रामायण को फिर से प्रसारित करने के लिए आपको धन्यवाद। प्रधानमंत्री ने अवि से पूछा कि रामायण के कौन सा पात्र आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। इस पर अवि ने कहा कि ऐसे तो एक ही व्यक्ति हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम। उन्होंने त्रेता युग में ही एक आदर्श व्यक्ति की रूपरेखा रखी थी।

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