कांग्रेस का मिशन 2023, भाजापा के दिग्गजों को घर में घेरने की रणनीति पर फोकस

जयपुर
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए भले ही 21 महीने हो लेकिन कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के दिग्गजों को घर में हराने की रणनीति का काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी की सोशस मीडिया टीम नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया समेत 4 दर्जन से अधिक ऐसी सीटों पर काम कर रही है जहां पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। साल 2018 के चुनावों में गुलाबचंद कटारिया, सतीश पूनिया और राजेंद्र सिंह राठौड़ की जीत का अंतर बहुत कम था। ऐसे कांग्रेस के रणनीतिकारों ने भाजपा के दिग्गज नेताओं को उनके घर मे घेरनी की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को कोटा संभाग, उदयपुर संभाग औऱ बीकानेर संभाग के जिलों में आने वाली इन सीटों लगातार तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के अनुसार इन सीटों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के ग्राउंड स्तर पर काम करने के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। जिसमें पार्टी के थिंक टैंक से जुड़े लोगों के साथ-साथ सोशल मीडिया के लोगों को भी लगाया जाएगा।

हारी हुई सीटों पर सदस्यता अभियान से बाजी पलटने की कवायद
मिशन 2023 के तहत कांग्रेस पार्टी लगातार हारने वाली सीटों का क्रम तोड़ने के लिए जद्दोजहद कर रही है। राजस्थान में इस समय कांग्रेस पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है। पार्टी की ओर से निर्धारित पात्रता रखने वाला कोई भी व्यक्ति कांग्रेस का सदस्यता  ग्रहण कर सकता है। आॅनलाइन या आॅफलाइन पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश की जिन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है, उन सीटों पर सदस्यता अभियान तेज किया जा रहा है। ग्राम पंचायत से लेकर ब्लाक मुख्यालय तक सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ता पार्टी की विचारधारा और नीतियों के बारे स्थानीय स्तर पर लोगों को बता रहे हैं।

जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद काम होगा तेज
प्रदेश कांग्रेस कमेटी का संगठन विस्तार ठहरा हुआ है। माना जा रहा है कि प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन के पंजाब चुनावों में व्यवस्त होने के कारण संगठन का विस्तार नहीं हो पा रहा है। फिलहाल 41 जिला अध्यक्षों में मात्र 13 जिला अध्यक्षों की ही नियुक्ति हो पाई है। सचिन पायलय को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से बर्खास्त करने के बाद कार्यकारिणी और ब्लाक इकाइयों को भंग कर दिया था। पायलट का स्थान लेने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा डेढ़ साल से अधिक के अपने कार्यकाल में 23 जिला अध्यक्ष ही नियुक्त कर पाए है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव 2023 के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है। संगठन स्तर पर खाली पदों पर जल्द ही नियुक्ति होने की उम्मीद है।

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