इंटरनेट सर्च कर बिहार से अपहरण के लिए बुलाई गैंग, पिता की करवा दी हत्या

शिवपुरी
सट्टे और जुआ की लत से कर्ज में फंसे युवक ने इलाके में एक युवक का अपहरण करने के लिए इंटरनेट पर सर्च कर बिहार के सीवान से गैंग बुलाई। अपहरण में नाकाम होने पर भी गैंग ने तय रकम एक लाख देने के लिए दबाव बनाया तो युवक ने पैसों के लिए अपने पिता को ही मरवा दिया। सनसनीखेज मामला शिवपुरी के पिछोर कस्बे में सामने आया है जहां दो दिन पहले वृद्ध की घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सीवान के मुख्य आरोपित के साथ पुत्र व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

21-22 जुलाई की दरम्यानी रात पिछोर निवासी 55 वर्षीय महेश गुप्ता की घर में सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बेटे अंकित गुप्ता ने पुलिस को बताया था कि गोली की आवाज तो सुनी थी पर जब बाहर कोई दिखा नहीं तो वापस सो गया था। सुबह बिस्तर पर पिता की लाश देखी। घर में गोली मारकर हत्या और किसी को जानकारी न हो पाने की बात खटकते ही पुलिस ने पति-पत्नी से कड़ाई से पूछताछ की तो जो षडयंत्र सामने आया उसने पुलिस को भी चौंका दिया है। पुलिस के अनुासर अंकित सट्टा, जुआ और नशे का आदी है। उस पर काफी कर्जा हो गया था। पिता महेश गुप्ता कर्ज चुकाने के लिए पैसा नहीं दे रहे थे। यह बात दोस्त नितिन लोधी को बताई तो दोनों ने शहर के मेडिकल स्टोर संचालक के बेटे के अपहरण की योजना बनाई।

नितिन ने गूगल पर सर्च किया तो उन्हें अजीत किंग ग्रुप मिला। इसमें आरोपित ने लिखा था कि किसी भी तरह के अपराध के लिए हमसे संपर्क करें। यहां से उन्होंने बिहार के सीवान के एक गैंगस्टर अजीत सिंह को एक लाख रुपये में बुलाया। अजीत सिंह को अंकित ने अपने पास रखा, लेकिन किडनैपिंग की वारदात में सफलता नहीं मिल सकी। अजीत ने दोनों से कहा कि उसे एक लाख रुपये चाहिए, किडनैपिंग नहीं हो पा रही तो उससे कोई और काम करवा लो। जब अंकित पर दबाव बढ़ा तो उसने अपने पिता की ही हत्या करवा दी, जिससे आर्मी में पदस्थ छोटे भाई की मौत के बाद पिता को मिली लाखों की रकम उसे मिल सके। घटना को अंजाम देने के लिए लोकल सप्लायर से कट्टा खरीदरकर पहले उसकी टेस्टिंग भी की गई।

गोरखपुर से पकड़ा आरोपित
पुलिस को अंकित की पत्नी से मिले मोबाइल से अजीत के साथ वाह्टसएप चैट मिली। अंकित एक ग्रुप में लगातार चैट कर रहा था। ग्रुप में पूरी बातचीत के दौरान यह तक कहा गया था कि वह हर तरह के अपराध के लिए अपराधी उपलब्ध करवाते हैं। इसी चैटिंग में अपहरण और हत्या के लिए अपराधी उपलब्ध करवाने तक की बातें की गई थीं। उसके आधार पर लोकेशन पता कर जीआरपी की मदद से गोरखपुर जाते समय उसे पकड़ लिया गया। एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि इंटरनेट से दूसरी जगह के अपराधियों से जुड़ने का नया पैटर्न मिला है। सीवान के आरोपति की हिस्ट्री भी निकलवा रहे हैं। कट्टे के सप्लायर की भी तलाश है।

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