विधायक रामबाई ने रिश्वत मांग रहे कर्मचारी और पार्षद को लगाई फटकार

दमोह
 पीएम आ
वास योजना की किस्त जारी करने के बदले युवक से रिश्वत मांग रहे दमोह नगर पालिका के कर्मचारी की शिकायत मिली। इस पर पथरिया विधायक रामबाई ने अपने दबंग अंदाज में नगर पालिका पहुंचकर कर्मियों को फटकार लगाई। पथरिया विधायक रामबाई सिंह परिहार एक बार फिर अपने दबंग अंदाज के कारण चर्चा में आ गईं हैं। रिश्वत की एक शिकायत के मामले में उन्होंने दमोह नगर पालिका में जाकर कर्मचारियों और पार्षद को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और खाऊखोरी दमोह ही नहीं पूरे प्रदेश में चरम पर है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।

बता दें पथरिया विधायक रामबाई सिंह परिहार मंगलवार शाम बटियागढ़ जनपद में जनसुनवाई करने के बाद दमोह जा रहीं थीं। इसी बीच बजरिया वार्ड क्रमांक छह के रहने वाले लक्ष्मण सूर्यवंशी नाम के युवक ने उन्हें फोन पर शिकायत बताई। लक्ष्मण ने बताया कि उसकी पीएम आवास योजना की किस्त नहीं मिल रही है। कर्मचारी उससे 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। इस पर विधायक ने युवक को वहीं ठहरने को कहा और सीधे दमोह नगर पालिका कार्यालय पहुंचीं

वहां लक्ष्मण उन्हें रिश्वत मांगने वाले कर्मचारी के पास ले गया। गुस्से में विधायक ने कर्मचारी से कहा कि इस युवक की पीएम आवास योजना की किस्त अभी जारी करो। इस बात पर कर्मचारी आनाकानी करने लगा तो विधायक को गुस्सा आ गया। वहां मौजूद बजरिया 6 के पार्षद रघु श्रीवास्तव से उन्होंने कहा कि आप पार्षद बन गए हैं, लोगों की मदद कीजिए।

विधायक ने कर्मचारी को फटकार लगाकर उस युवक के और उसके पिता की पीएम आवास योजना की किस्त जारी करने को कहा। विधायक ने कर्मचारी से पूछा कि खाते में कब तक राशि आ जाएगी। इस पर दूसरे कर्मचारी ने कहा कि राशि खाते तक पहुंचने में 24 से 48 घंटे का समय लग जाता है। विधायक ने लक्ष्मण से कहा कि अगर राशि खाते में न आए तो मुझे बताना, मुझे कॉल करना। इसके बाद उन्होंने कहा, गरीबों को गुमराह किया जा रहा है। उनसे वसूली की जाती है। दमोह ही नहीं पूरे प्रदेश का यही हाल है। भ्रष्टाचार और खाऊखोरी चरम पर चल रही है। विधायक रामबाई हर मंगलवार को जनसुनवाई करने के लिए बटियागढ़ के जनपद कार्यालय जाती हैं। क्षेत्र के लोगों को पता है कि विधायक जनसुनवाई में मौजूद रहती हैं।

पथरिया विधानसभा के नरसिंहगढ़ ग्राम पंचायत में बीते कुछ समय पहले मुख्यमंत्री जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन था। उस दौरान कार्यक्रम में प्रमुख अधिकारी नहीं पहुंचे थे, जबकि यहां पर बहुत सारी महिलाएं समस्याएं लेकर पहुंची थीं। विधायक रामबाई को इसी बात पर गुस्सा आ गया और वे उन महिलाओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गईं थीं। विधायक ने पहले तो कलेक्टर को चैंबर से बाहर बुलाया और फिर उन्हें समस्या बताने लगीं। कलेक्टर ने कहा कि हम चेक करा लेते हैं, बस इतना सुनते ही रामबाई का गुस्सा फूट पड़ा था। विधायक ने गुस्से में आकर कहा क्या अरे आंखें फूटी हैं क्या, चेक कराने की बात करते हो। कलेक्टर हो कि ढोर हो। बेवकूफ आदमी। क्यों कलेक्टर की कुर्सी पर बैठे हो जब तरीका नहीं है तो, अपने घर बैठो साले, बदतमीज। कलेक्टर अपने चैंबर में चले गए। विधायक कहती रहीं कि बेवकूफ है,अकल ही नहीं है दो रुपये की। इसी मामले में कलेक्टर ने शिकायत की थी।

 

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