एजेंडे पर नहीं बनी राय, भाजपा और कांग्रेस पार्षद जल्द फिर आमने-सामने नजर आएंगे

 भोपाल

भोपाल नगर निगम में महापौर परिषद की बैठक में भाजपा और कांग्रेस पार्षद जल्द फिर आमने-सामने नजर आएंगे।  आज महापौर की बैठक होगी जिसमें  परिषद के एजेंडे पर चर्चा होगी और इसकी तारीख तय होगी। पहले परिषद की बैठक 13 जनवरी को संभावित थी लेकिन नीमच में विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के एक प्रपोजल को लेकर विवाद की आशंका के कारण यह टल गई।

कब-कब हुई बैठकें
13 जनवरी को आयोजित होने वाली परिषद की बैठक चौथी बैठक होगी। पहली बैठक 6 अगस्त को हुई थी। दूसरी बैठक 6 सितंबर को हुई। तीसरी बैठक 3 नवंबर को हुई। पहली बैठक में अध्यक्ष का चुनाव हुआ था। दूसरी बैठक में वार्ड समितियों का चयन हुआ था। तीसरी बैठक में जनहित के मुद्दों पर चर्चा हुई थी।

पहले भी बैठक के एक दिन पहले मिला अधूरा एजेंडा
नियमानुसार परिषद की बैठक के 7 दिन पहले एजेंडा सभी पार्षदों को भेजा जाता है। किंतु कांग्रेस पार्षदों का आरोप हैं कि 6 सितंबर को हुई परिषद की बैठक के एक दिन पहले आधा अधूरा एजेंडा भेजा गया। जिस दिन बैठक थी। उस दिन पूरा एजेंडा दिया गया। 3 नवंबर को हुई बैठक में 5 दिन पहले एजेंडा भेजा गया। उसके पहले जो बैठके हुई अध्यक्ष चुनाव और वार्ड समितियों के चयन की प्रक्रिया थी।

यह है विंड एनर्जी प्रोजेक्ट
नीमच में प्रस्तावित 74 करोड़ के 15 मेगावॉट विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के तहत बिजली उत्पादन किया जाना था। प्रोजेक्ट को लेकर निगम परिषद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने विपक्ष की आपत्ति के आधार पर प्रस्ताव पुनर्विचार के लिए वापस कर दिया था। इसके  चलते यह मामला अटक गया।

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