6 YouTube चैनलों को सरकार ने किए बैन, जानें उनके नाम और कैसे चलता था उनका धंधा

नईदिल्ली
  केंद्र सरकार ने फेक न्यूज फैलाने वाले 6 यूट्यूब चैनलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें बैन कर दिया है।  भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने यह कार्रवाई की है। बता दें कि प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) फैक्ट चेक में खुलासा हुआ था कि इन यूट्यूब चैनलों के जरिए फेक न्यूज फैलाई जा रही थीं। बता दें कि इन छह चैनलों के 20 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर थे।

आपको बता दें, सरकार ने उस वक्त कहा था कि, यूट्यूब से विभिन्न लोक कल्याणकारी पहलों के बारे में झूठे और सनसनीखेज दावे करने और फर्जी खबरें फैलाने के लिए तीन चैनलों पर रोक लगाई जाएगी. इसके बाद PIB की फैक्ट चैक यूनिट ने तीन चैनलों को फर्जी खबरें फैलाने वाला चैनल घोषित किया था.इसमें एक बड़े मीडिया चैनल के नाम से भी YouTube चैनल था. सरकार ने स्पष्ट किया था कि ये चैनल बड़े मीडिया चैनल के नाम से फर्जी तरीके से बनाया गया है. जबकि असल ये ये YouTube चैनल उस आधिकारिक मीडिया का नहीं है.

जिन यूट्यूब चैनलों को बैन किया गया है उनके वीडियो में ये दावा किया जा रहा था कि, मुख्य न्यायाधीश ने आदेश दिया है कि चुनाव अब बैलट पेपर से होंगे. जबकि ये खबर गलत है. वहीं, एक चैनल ने अपने वीडियो में दावा किया था कि, UP में 131 सीटों पर दोबारा चुनाव कराए जाएंगे. जबकि ऐसा कोई मामला कोर्ट में भी दर्ज नहीं किया गया है.इसके अलावा ये भी दावा किया गया था कि, चीफ जस्टिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और उन्हें दोषि करार दिया है.

कैसे चलता था फर्जी खबरों का धंधा

आपको बता दें, ये फर्जी यूट्यूब चैनल बड़े-बड़े मीडिया हाउस के एंकरों की तस्वीर को थंबनेल पर इस्तेमाल कर वीडियो को चला रहे थे और लोगों को गुमराह कर रहे थे. ऐसे चैनलों के सबस्क्राइब लाखों में थे.

चलिए हम इन यूट्यूब चैनलों के नाम और उनके सब्सक्राइबर के बारे में बताते हैं.

1. नेशनल टीवी (Nation TV)- सबस्क्राइबर 5.57 लाख

2. संवाद टीवी (Samvaad TV)- सबस्क्राइबर 10.9 लाख

3. सरोकार भारत (Sarokar Bharat)- सबस्क्राइबर 21.1 हजार

4. नेशन 24 (Nation 24)- सबस्क्राइबर 25.4 हजार

5. स्वर्णिम भारत (Swarnim Bharat)- सबस्क्राइबर 6.07 हजार

6. संवाद समाचार (Samvaad Samachar)- सबस्क्राइबर 3.84 लाख

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