ममता ने छेड़ा ‘बीजेपी भारत छोड़ो’ आंदोलन

कोलकाता 
तृणमूल कांग्रेस की वार्षिक शहीद दिवस रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसी के साथ उन्होंने आगामी 15 अगस्त से 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए लड़ाई का ऐलान किया है। शहीद दिवस के मौके पर ममता ने कहा कि वह बीजेपी के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करने जा रही हैं। दूसरी ओर बीजेपी को उस वक्त तगड़ा झटका लगा जब उनके वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद चंदन मित्रा टीएमसी में शामिल हो गए। 

बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने मध्य कोलकाता में आयोजित विशाल रैली में मंच से मित्रा के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता और दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके चंदन मित्रा ने यहां तृणमूल कांग्रेस की शहीद दिवस रैली में पार्टी का दामन थाम लिया. द पायनियर समाचार पत्र के प्रबंध निदेशक और संपादक मित्रा ने इस सप्ताह की शुरुआत में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था.

मित्रा को अगस्त 2003 में राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया था. साथ ही वह जून 2010 में मध्यप्रदेश से बतौर भाजपा उम्मीदवार के रूप उच्च सदन में दूसरे कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए थे. उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के हुगली क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था.

चार कांग्रेसी विधायकों ने भी थामा टीएमसी का दामन

इसमें मित्रा के अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में पश्चिम बंगाल विधानसभा के चार कांग्रेसी विधायक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस विधायक समर मुखर्जी , अबु ताहिर , सबीना यास्मीन और अखरूजमां तृणमूल में शामिल हो गए. तृणमूल की वार्षिक शहीद दिवस रैली के दौरान ये लोग पार्टी में शामिल हुए.

हम बीजेपी और आरएसएस के अच्छे लोगों का करते हैं सम्मान

ममता ने रैली में कहा कि हम 15 अगस्त को 'बीजेपी हटाओ, देश बचाओ' अभियान की शुरुआत करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल से सभी 42 सीटों पर जीत दर्ज करेगी. लिंचिंग पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से आए दिन यहां लिंचिंग होती है, वे लोगों में तालिबान पैदा करना चाहते हैं. बीजेपी, आरएसएस में जो अच्छे लोग हैं, उनका हम सम्मान करते हैं लेकिन कुछ डर्टी गेम खेल रहे हैं.

1993 से टीएमसी मना रही है शहीद दिवस

यह रैली वर्ष 1993 में पश्चिम बंगाल में वामपंथी शासन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में आयोजित किया गया था. तृणमूल हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है. बनर्जी उस समय युवा कांग्रेस की प्रमुख थी.

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