मोदी ने कहा- विपक्ष के दलदल में कमल ही खिलेगा 

शाहजहांपुर 
विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव संसद में गिरने के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तेरप्रदेश के शाहजहांपुर में किसान कल्याण रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा गुनाह यह है कि मैं भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ लड़ रहा हूं। मैंने लाल बत्ती बंद कर दी। वे इस बत्ती का प्रयोग शान दिखाने के लिए करते थे। 
महागठबंधन पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि अहंकार, दंभ और दमन के संस्कार आज का युवा भारत सहने को तैयार नहीं है। चाहे साइकल हो या हाथी, कोई भी हो साथी, स्वार्थ के इस पूरे स्वांग को देश समझ चुका है। वक्त बदल चुका है, देश बदल चुका है, देश के नौजवान का मिजाज बदल चुका है, देश की बेटियां भी जाग चुकी हैं, लोकतंत्र के हर तंत्र को धमकाने की उनकी आदत और फार्मूला अब आगे काम नहीं आएगा। जब दल के साथ दल हो तो दलदल हो जाता है और जितना ज्यादा दलदल होता है उतना ज्यादा कमल खिलता है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी बोले- हमने पूछा कि अविश्वास का कारण क्या है? जब वो कारण नहीं बता पाए तो गले पड़ गए। अविश्वास प्रस्ताव ऐसे नहीं आता है। जब 90 हजार करोड़ रुपए इधर-उधर जाने बंद हो जाएं तो कितनों की दुकानें बंद हो गई होंगी। 
गलत काम, मुफ्त की कमाई और भ्रष्टाचार को कोई बंद कर दे, तो क्या उस पर वह विश्वास करेंगे? विपक्ष की परेशानी यह है कि मैं भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ खड़ा हूं। पीएम मोदी ने कहा कि कल लोकसभा में मैंने अपना काम कर दिया। वहां जो हुआ क्या् उससे आप संतुष्ट हैं? आपको पता चल गया कि उन्होंने क्या क्या गलत किया? वह कुर्सी के लिए कैसे दौड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री की कुर्सी के सिवाय उनको कुछ नहीं दिखता। न देश, न देश का गरीब। मोदी के पास देश की जनता और बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान की ताकत है। 
पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि घड़ियाली आंसू बहाने वालों के पास किसानों के लिए काम करने का मौका था, लेकिन उनके पास इसकी फुर्सत नहीं थी। पुरानी सरकारों ने दशकों से जो गठजोड़ बना रखे थे, हम उन्हें  तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। देश के हर किसान परिवार की मेहनत का सम्मान हो, यही हमारी प्राथमिकता है। जब आवश्यकता से अधिक चीनी होती है तो किसानों का पैसा फंस जाता है, इसलिए सरकार ने फैसला लिया कि गन्ने से सिर्फ चीनी ही नहीं, गाड़ियों के लिए ईंधन भी बनाया जाए। ऐथेनॉल बनाने की कोई तकनीक नई नहीं है। न ही यह आइडिया हम लाए हैं। सब कुछ पहले से मौजूद था लेकिन काम इसलिए नहीं हुआ, क्योंकि उनकी नीयत नहीं थी। संवेदनहीन सोच व ध्वस्त व्यवस्था ने इतने समय तक देश व किसानों का बहुत नुकसान किया।

मोदी के भाषण में था घृणा, भय और क्रोध : राहुल 
कांग्रेस अध्यमक्ष राहुल गांधी ने अविश्वादस प्रस्तायव के दौरान हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्हों ने ट्वीट किया कि चर्चा के दौरान पीएम मोदी के दिल में हमारे लोगों को लेकर एक बार फिर घृणा, भय और क्रोध साफ-साफ दिखा। वे अपना वर्चस्व दिखाने के लिए एक बार फिर हमारे लोगों के खिलाफ बातें करते दिखे। लेकिन प्यार की भाषा से ही सभी भारतीयों का दिल जीता जा सकता है और इसी से देश मजूबत होगा। 

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