शिव ही सनातन सनातन ही शिव है: पं मोहितरामजी पाठक

 इमलिया में भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हु्ई शिव महापुराण कथा

भोपाल
भगवान भूत भावन शिव के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती क्योंकि सनातन धर्म को मानने वाले ईश्वर में गहरी आस्था रखते हैं जहां प्राणी मात्र को कल्याण की कामना की जाती है विश्व का कल्याण हो ऐसी जय जयकार होती है

 संसार में हिंदू सनातन धर्म एक ऐसा मात्र धर्म है जो सभी की कल्याण की कामना करता हैं यहां आज से नहीं अनादि काल से चला आ रहा है जब समुद्र का मंथन हुआ संसार के सामने हलाहल विष निकला तो भगवान नीलकंठ महादेव शिव ने हलाहल विष का पान करके विश्व को इस संकट से बचाया था

वही भगवान शांभू सदाशिव महादेव कहलाए उन्हीं भगवान शिव की मंगलमय कथा शिव महापुराण को सुनने मात्र से प्राणी मात्र का उद्धार होता है उक्त उद्गार राजा भोज की नगरी राजधानी भोपाल के हुजूर तहसील के ग्राम इमलिया में चल रहे श्रीराम महायज्ञ में चल रही सप्त दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के प्रथम दिवस कथा व्यास संत श्री परम गौभक्त पंडित मोहितरामजी पाठक ने व्यक्त किए ग्राम इमलिया में पूज्य संत श्री श्री 108 पंडित दुर्गा प्रसाद जी कटारे बाबा के सानिध्य में मंगलमय कलश यात्रा निकाली गई इसके पश्चात कथा प्रारंभ हुई अगे कथा में वर्णन करते हुए कहा सनातन जैसा महान धर्म शिव जैसा कृपालु देव बड़े भाग से प्राप्त होता है

इसलिए हम सबको सनातनी शिव की शरण ग्रहण करना चाहिए शिव ही सनातन सनातन ही शिव है पापी से पापी व्यक्ति भी शिव की शरण ग्रहण कर तर जाता है शिवपुराण की कथा में देवराज नाम का ब्राह्मण भगवान शिव की शरण में जाकर शिवलोक को प्राप्त करता है आयोजन  समिति ग्राम इमलिया जिला भोपाल ने समस्त क्षेत्रवासी श्रद्धालु गण से कथा में पधारने का आग्रह किया कथा नित्य दोपहर 1:00 से 4:00 तक चलेगी।

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