अरली जॉब प्रोग्राम में 36 जिलों ने नहीं दिखाई दिलचस्पी

भोपाल
स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के स्कूली बच्चों को जल्द रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एचसीएल टेक प्रोग्राम शुरु करने एचसीएल टेक के साथ एमओयू किया था। यह एक ऐसी योजना है जिसमें बारहवी कक्षा गणित विषय के साथ उत्तीर्ण करने वाले बच्चे रजिस्ट्रेशन कराकर परीक्षा दे सकते है। यह रजिस्ट्रेशन नि:शुल्क होता है। जो बच्चे परीक्षा उत्तीर्ण करते है उन्हें एचसीएल टेक द्वारा एक साल की ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रशिक्षण के बाद इन विद्यार्थियों को रोजगार मिल जाता है। यह एक अरली जॉब प्रोग्राम है।  

प्रदेश के 36 जिलों ने इस योजना में रुचि नहीं दिखाई है। इन जिलों में रजिस्ट्रेशन 20 से कम है। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने इस पर नाराजगी जताई है और कहा है कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है।करीब दस जिलों में सौ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन है। उन्होंनें सभी संयुक्त संचालकों से इस पर ध्यान देने को कहा है। इस संबंध में सभी प्राचार्यो का एक बेबिनार भी आयोजित किया जाएगा। इस योजना में यदि सभी जिले रुचि ले तो काफी बच्चों को बारहवी परीक्षा पास करने के बाद रोजगार मिलने की संभावना बढ़ सकती है।

जिले के टॉपर विद्यार्थियों के लिए स्टार्स योजना
प्रदेश के बच्चों को रोजगार से जोड़ने एक स्टार्स योजना भी चलाई जा रही है। सीहोर के आष्टा में इनकी यूनिवर्सिटी है। यहां स्टार्स योजना के अंतर्गत जिले के एक टापर छात्र और एक टापर छात्रा को प्रवेश दिया जाता है। इसमें पढ़ाई नि:शुल्क रहती है। इसमें शर्त यह रहती है कि ये छात्र-छात्रा शासकीय विद्यालय से कक्षा दसवी और कक्षा बारहवी उत्तीर्ण होना चाहिए।

इसको लेकर एक फिल्म भी बनाई जा रही है जिसे विद्यार्थियों में प्रसारित किया जाएगा। इस जानकारी के आधार पर बच्चों की काउंसलिंग कर उन्हें एडमिशन दिया जाएगा।

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