बेंगलुरु हवाईअड्डे ने यात्रियों की मदद के लिए ऐप पेश किया

बेंगलुरु
 बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (बीएलआर हवाईअड्डा) से यात्रा कर रहे यात्रियों की सुविधा के लिए एक नया ऐप पेश किया गया है।

बीएलआर हवाईअड्डे का संचालन करने वाली बैंगलोर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) ने ग्रेमैटर सॉफ्टवेयर सर्विसेज के साथ मिलकर 'बीएलआर पल्स' नाम से इस ऐप को तैयार किया है।

बीएलआर पल्स की मदद से यात्रियों को हवाईअड्डे पर एक नया अनुभव मिलेगा और यह ऐप उनके लिए एक व्यक्तिगत डिजिटल यात्रा मित्र की तरह काम करेगा।

बीआईएलएल ने एक बयान में कहा,” यह ऐप यात्रा से जुड़े सभी सवालों, जैसे सुरक्षा जांच के लिए लंबी कतारें, प्रतीक्षा समय आदि की जानकारी देता है। यह यात्रियों को हवाईअड्डे के भीतर रास्ता दिखाने और वास्तविक समय में जरूरी जानकारी देकर यात्रियों की प्रस्थान तथा आगमन पर मदद करता है।”

बयान के अनुसार, ऐप में संवादात्मक चैटबॉट फीचर होने से विभिन्न प्रश्नों के जवाब आसानी से उपलब्ध होंगे और इस सुविधा को समय के साथ अधिक बेहतर बनाया जाएगा।

इस ऐप के बारे में बीआईएएल के प्रबंधन निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरि मरार ने कहा,”बीएलआर पल्स ऐप की मदद से बीएलआर हवाईअड्डे से यात्रा करना अधिक आसान हो गया है। इसका मकसद हवाईअड्डे पर पहुंचने से पहले यात्रा की योजना बनाने में यात्रियों की मदद करना है।”

'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करती है बोइंग, सीईओ कैलहौन ने कहा

वाशिंगटन
 बोइंग के सीईओ डेविड एल कैलहौन ने कहा कि उनकी कंपनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' पहल का समर्थन करती है। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि कंपनी देश के वाणिज्यिक विमानन बाजार के तेजी से विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

कैलहौन ने 23 जून को वाशिंगटन डीसी में मोदी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों ने भारत के विमानन क्षेत्र में बोइंग की व्यापक उपस्थिति पर चर्चा की, जिसमें विमानों का रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) शामिल है। प्रधानमंत्री ने बोइंग को भारत में अंतरिक्ष विनिर्माण क्षेत्र में निवेश के लिए भी आमंत्रित किया।

कैलहौन ने  कहा, ”बोइंग को भारत के वाणिज्यिक विमानन बाजार के तेजी से विस्तार और रक्षा बलों के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर गर्व है।”

उन्होंने कहा, ”हम प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का समर्थन करते हैं। भारत में 5,000 से अधिक लोग बोइंग टीम में नवोन्मेषी काम करके उच्च गुणवत्ता वाले करियर को अपना रहे हैं।”

कैलहौन ने कहा कि भारत में बोइंग का बढ़ता निवेश देश के साथ कंपनी की साझेदारी को दर्शाता है और साथ ही सकारात्मक अमेरिका-भारत आर्थिक संबंधों को भी रेखांकित करता है।

 

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