पापा ने चाकू से मार डाला… 4 साल के बच्चे की गवाही पर पत्नी के हत्यारे को उम्रकैद; किए थे 37 वार

नई दिल्ली
पत्नी के हत्यारे डॉक्टर को ट्रायल कोर्ट ने 4 साल के उसके बच्चे की गवाही के आधार पर उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने हत्याकांड के 7 साल बाद यह फैसला सुनाया है। इस केस में 2020 में बच्चे की गवाही हुई थी, जो हत्याकांड के वक्त महज 4 साल का ही था। कोर्ट में उसने बताया कि उसके 48 वर्षीय पिता ने मां को चाकू घोंपकर मार डाला था। बच्चे ने कहा था, 'मेरे पापा ने उन्हें चाकू से मार दिया।' दादर में दंत चिकित्सक के तौर पर काम करने वाले उमेश बोबले को कोर्ट ने अपनी 36 वर्षीय अकाउंटेंट पत्नी तनुजा बोबले की हत्या का दोषी ठहराया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि उमेश ने पत्नी की बेहद बर्बरता से हत्या की थी। उसने 37 बार चाकू से वार करके पत्नी को मार डाला था। इसके बाद उमेश ने पुलिस को कॉल करके बताया था और सरेंडर कर दिया था। इस केस में बोबले दंपति के बेटे से भी पुलिस ने गवाही ली, जो मौके पर एकमात्र गवाह के तौर पर मौजूद था। बच्चे से बचाव और आरोपी पक्ष के वकीलों ने कुल 54 सवाल दागे थे, जिनका उसने जवाब दिया। हत्याकांड की गवाही देते हुए बच्चे ने बताया था कि वह मर्डर होते देखकर चिल्लाया नहीं, लेकिन उसने देखा का पापा चाकू से मम्मी को मार रहे हैं। बच्चे ने कहा, 'मैं बहुत डर गया था और मुझे बेचैनी सी हो रही  थी।'

यह हत्या संदेह के चलते हुई थी। तनुजा बोबले के भाई ने बताया कि उमेश पत्नी के कैरेक्टर पर शक करता था। वह अकसर देर से ऑफिस से आती थी तो यह उस पर संदेह करने लगा था। यही नहीं बेटा होने पर भी उमेश को संदेह था और वह मानता था कि यह बच्चा उसका नहीं है। इसके चलते उसने बेटे का डीएनए टेस्ट भी करा लिया था। डीएनए टेस्ट में वह गलत साबित हुआ था। इसके बाद भी उसका शक करना खत्म नहीं हुआ था। इस मामले में कुल 10 लोगों की गवाही ली गई थी, जिनमें दंपति का बच्चा एकमात्र ऐसा था, जो हत्याकांड के दौरान मौके पर मौजूद था।

 

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