रफ डायमंड के इम्पोर्ट की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा

 मुंबई
इस वर्ष की शुरुआत में सामने आए 14,200 करोड़ रुपये के नीरव मोदी, मेहुल चौकसी फ्रॉड के बाद देश की डायमंड इंडस्ट्री से जुड़े स्कैम लगातार सामने आ रहे हैं। भारत डायमंड बोर्स (BDB) से संबंधित एक मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट की जांच कर रहे डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) को पता चला है कि कुछ फर्में रफ डायमंड के इम्पोर्ट की वैल्यू बढ़ाकर दिखाने के जरिए भारत से ब्लैक मनी बाहर भेज रही हैं। 
 

सूत्रों ने बताया कि ये इम्पोर्ट हॉन्ग-कॉन्ग और दुबई से हो रहे हैं। एक सूत्र के अनुसार, 'DRI की सूचना पर कस्टम्स की ओर से पकड़े गए रफ डायमंड के कंसाइनमेंट्स से कुछ फर्मों की ओर से गड़बड़ी करने का खुलासा हुआ है। इन फर्मों ने इम्पोर्ट की केवल 3-4 करोड़ रुपये की वैल्यू 100 करोड़ रुपये डिक्लेयर की थी। इस संबंध में DRI ने घोटाले में शामिल एक फर्म से जुड़े व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि वह सिर्फ एक मोहरा है। घोटाला करने वाली फर्म के अन्य लोग फरार हैं।' 

DRI ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है और वह कथित मनी लॉन्ड्रिंग से वास्तव में फायदा उठाने वालों की पहचान कर रहा है। इसके लिए इन फर्मोंस्टेटमेंट और ट्रांजैक्शंस को खंगाला जा रहा है। DRI को शक है कि पिछले कुछ वर्षों में इस तरह से 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। इस बारे में जानकारी के लिए DRI के अडिशनल डायरेक्टर जनरल से संपर्क नहीं हो सका। 

DRI ने पिछले महीने अपनी जांच से मिली जानकारी और एक सुराग मिलने के बाद BDB से 14 कंसाइनमेंट पकड़े थे। इन्हें मुंबई और सूरत के कुछ ट्रेडर्स हॉविद हॉन्ग-कॉन्ग से इम्पोर्ट किया था। कस्टम्स की ओर से नियुक्त कुछ डीलर्स के साथ साठगांठ से इन कंसाइनमेंट्स की वैल्यू की गुणा बढ़ाकर दिखाई गई थी। 

इसके बाद DRI ने इम्पोर्ट किए गए अन्य संदिग्ध कंसाइनमेंट्स की जांच शुरू की थी। सूत्रों ने बताया कि इस जांच में मनी लॉन्ड्रिंग का पता चला है। ऐसा बताया जाता है कि इम्पोर्ट करने वाली फर्मों के प्रमुख को कथित तौर पर हवाला की सुविधा देने के लिए 4 पर्सेंट तक का कमीशन मिला था। 

देश में डायमंड्स की कटिंग और पॉलिशिंग सूरत में की जाती है और रफ डायमंड का इम्पोर्ट मुख्यतौर पर BDB के जरिए होता है। BDB के प्रेसिडेंट, अनूप मेहता और जेम ऐंड जूलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के पदाधिकारियों ने हाल ही में ईटी को बताया था कि गलत नीयत वाले कुछ इम्पोर्टर्स के कारण बड़ी संख्या में वास्तविक ट्रेडर्स को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 

फाइनैंशल ईयर 2018 में 18.8 अरब डॉलर के रफ डायमंड्स का इम्पोर्ट हुआ था, जबकि कट और पॉलिश्ड डायमंड्स का इम्पोर्ट 23.73 अरब डॉलर का रहा था।

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