सरकार बोली देश में EVM से चुनाव करवा बचा लिए दो लाख पेड़
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नई दिल्ली
चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा शोर अगर किसी चीज को लेकर होता है तो वह है ईवीएम। विपक्ष अकसर ईवीएम पर सवाल खड़े करती है। हालांकि इस बार इंडिया गठबंधन का भी प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में अच्छा रहा। इसके चलते ईवीएम पर उतना बवाल नहीं हुआ। इसी बीच सरकार का कहना है कि ईवीएम ने लोकसभा चुनाव में ना केवल सटीक और निष्पक्ष परिणाम दिए हैं बल्कि पर्यवारण की रक्षा भी हुई है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, अगर बैलट पेपर से चुनाव कराए जाते तो कम से कम 2 लाख पेड़ काटने पड़ते। उन्होंने कहा, ईवीएम ने ना केवल विपक्ष के झूठ की पोल खोल दी बल्कि यह वृक्षों के संरक्षण के लिए भी उपयोगी साबित हो रही है।
टाइम्स नेटवर्क के एक कार्यक्रम में पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली की बारिश के बाद पैदा हुए हालातों को लेकर आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि एक बार की बारिश के बाद ही पदा हुए जलजमाव के हालात के जिम्मेदार नालों और नालियों में जमा कचरा और पॉलीथीन है। उन्होंने कहा, हमें अपने व्यवहार में भी परिवर्तन लाना चाहिए। इसके अलावा स्थानीय सरकार को भी इसपर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि गुरुवार को एक ही दिन में राजधानी दिल्ली में इतनी बारिश हुई है जून में होने वाली बारिश का रिकॉर्ड टूट गया। बारिश के बाद राजधानी के पॉश इलाके में भी पानी भर गया। वहीं मिंटो ब्रिज समेत कई जगहों पर इतना पानी भर गया कि वाहन ही डूब गए। वहीं लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया। यादव ने कहा, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ना केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि औद्योगिक आपदा भी ला रहे हैं। इसके बावजूद दिल्ली की सरकार निष्क्रिय है।
भूपेंद्र यादव ने कहा कि अक्टूबर 2022 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लॉन्च किए गए मिशन लाइफ के तहत लोगों को जागरूक करना चाहिए। लोगों को संसाधनों का इस्तेमाल बहुत ही सावधानीपूर्वक और विवेकपूर्ण ढंग से करना चाहिए। इसके अलावा कचरे को कम करना चाहिए और कोशिश करना चाहिए कि जैविक चीजों का इस्तेमाल हो। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान भी चलाया था। अगर हर व्यक्ति जिम्मेदारी के साथ एक पेड़ लगाए और उसकी देखरेख करके बड़ा करे तो यह पर्यावरण को बचाने में बड़ा योगदान हो सकता है।